1932/33 में इंग्लैंड की टीम जो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एशेज खेल रही थी. इंग्लिश कप्तान डगलस जारडाइन ने डॉन ब्रेडमैन को लम्बी पारी खेलने से रोकने के लिए गेंदबाजों ने बल्लेबाजों के शरीर पर गेंदें फेखना शुरू कर दिया लेग स्टंप की लाइन में. इस कारण खेल की गरिमा को चोट पहुंचते हुए साफ़ तौर पर देखा गया जिसमें इंग्लिश टीम जीत के आगे सबकुछ करने के लिए तैयार हो गयीं थी. इसके बाद क्रिकेट में यह घटना दुबारा ना हो तो काफी सारे नियमों में बदलाव किया गया.