IPL 2023: इंपैक्ट खिलाड़ियों के नियम को लेकर RCB को नहीं करनी चाहिए यह 3 बड़ी गलती
इंडियन प्रीमियर लीग 2023 की शुरुआत 31 मार्च से हो रही है।
अद्यतन - मार्च 28, 2023 8:20 अपराह्न

इंडियन प्रीमियर लीग 2023 की शुरुआत 31 मार्च से हो रही है। इस बार कई नए नियम लागू किए गए हैं जिनमें से एक है इंपैक्ट खिलाड़ी नियम। इस नियम के तहत मुकाबले के किसी भी समय कोई भी टीम अपनी प्लेइंग XI में बदलाव कर सकती है। उन्हें बस टॉस के समय प्लेइंग XI के खिलाड़ियों के अलावा 5 सब्सीट्यूट खिलाड़ियों के भी नाम देने पड़ेंगे।
यह पांच खिलाड़ी बल्लेबाज भी हो सकते हैं, गेंदबाज भी और ऑलराउंडर भी। कई लोगों को यह नियम काफी अच्छा लगा है वहीं कुछ लोगों को यह नियम सही नहीं लग रहा है। सभी टीमें इस नियम का अच्छी तरह से इस्तेमाल करना चाहेगी। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर टीम की बात की जाए तो वो हर मुकाबले में अपने सर्वश्रेष्ठ 5 खिलाड़ियों को सब्सीट्यूट के तौर पर जरूर रखेगी।
हालांकि उन्हें भी इन पांच खिलाड़ियों को लेकर काफी कुछ सोचना पड़ेगा। ऐसा ना हो कि जिन खिलाड़ियों को बहुत वो खेल के महत्वपूर्ण समय पर बदलें वहीं उनको मैच हरा दें। इसी के साथ आज हम आपको बताते हैं ऐसे तीन खिलाड़ियों के बारे में जिनको बैंगलोर फ्रेंचाइजी को इंपैक्ट खिलाड़ियों की तरह पूरे सीजन में इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
3- महिपाल लोमरोर

पूर्व अंडर-19 भारतीय कप्तान महिपाल लोमरोर को विस्फोटक बल्लेबाजों में गिना जाता है। वो मिडिल ऑर्डर के बल्लेबाज हैं। पिछले सत्र में उन्होंने अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी से कई लोगों का दिल जीता था और 150 के ऊपर के स्ट्राइक रेट से उन्होंने रन बनाए थे।
आगामी सत्र की प्लेइंग XI में उनका नाम होना काफी मुश्किल दिख रहा है और इसी वजह से उन्हें इंपैक्ट खिलाड़ियों में शामिल किया जा सकता है ताकि वो मुकाबले के महत्वपूर्ण समय पर क्रीज पर उतरें और अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी से RCB को मुकाबला जिताएं।
हालांकि बैंगलोर फ्रेंचाइजी के पास पहले से ही मिडिल ऑर्डर में ग्लेन मैक्सवेल और दिनेश कार्तिक है और महिपाल लोमरोर का इंपैक्ट खिलाड़ी की तरह इस्तेमाल करना सही नहीं रहेगा।