2. राहुल द्रविड़ (1996-2012)

हर्षा भोगले ने एक बार कहा था कि “एक भेड़िया जो हमेशा तैयार रहता है” और मुझे नहीं लगता कोई भी राहुल द्रविड़ को इससे अधिक समझा सकता है. द्रविड़ जो विदेशी दौरों पर लम्बे समय तक भारतीय बल्लेबाजी के मजबूत स्तम्भ के रूप में रहे और उनकी जगह आज भी फैन्स के दिल में उसी तरह से बनी हुयीं है.
एक ऐसा खिलाड़ी जिसने हमेशा टीम के लिए सबकुछ किया. द्रविड़ को भारतीय टीम से 2011 में ड्राप किया गया था जिसके बाद क्रिकेट जगत के इस महान खिलाड़ी ने 2012 में अचानक से अपने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से सन्यास ले लिया था. द्रविड़ ने पूरे करियर के दौरान बिना कुछ अधिक बोले सभी का दिल जीता था वैसा ही उन्होंने जाते हुए भी किया.