आईपीएल में चीयरलीडर्स को इन सभी बेहूदगियों का करना पड़ता है सामना
अद्यतन - मार्च 21, 2018 2:56 अपराह्न

इंडियन प्रीमियर लीग का नाम कोई भी क्रिकेट फैन सुनता है तो उसके दिमाग में सबसे पहले एक ही बात आती है क्रिकेट का वो स्वरुप जो आधुनिक दौर में है क्योंकी इस टी-20 लीग में पैसा पानी की तरह बहता है और दुनियां भर के टॉप क्रिकेट खिलाड़ी इस लीग का हिस्सा बनना चाहते ह. आईपीएल की सफलता को देखते हए बाकी क्रिकेट खेलने वाले देशों ने भी अपने यहाँ इसी तरह की टी-20 लीग का आयोजन करना शुरू किया लेकिन आईपीएल ने पिछले 10 सालों में खुद को इतना बड़ा कर लिया है कि इसको कोई भी नहीं पछाड़ पाया.
इस टी-20 लीग में जहाँ फैन्स को उन सभी क्रिकेट खिलाड़ियों को खेलते देखने का मौका मिलता है जिनको वो एक साथ पहले शायद नहीं देख सकते थे. आईपीएल में सिर्फ क्रिकेट के जरिये ही फैन्स का मनोरंजन नहीं होयता बल्कि मैदान में मौजूद चीयरलीडर्स के जरिये भी फैन्स का मनोरंजन किया जाता है और आधुनिकता के इस क्रिकेट स्वरूप में चीयरलीडर्स भी होती है जो शायद पहले किसी और खेलों का हिस्सा हुआ करती थी.
आसान नहीं है चीयरलीडर्स का काम
आईपीएल में खेलने वाली हर टीम के साथ चलने वाली चीयरलीडर्स के लिए अपनी टीम को चीयर करने का काम इतना आसान नहीं है क्योंकी उन्हें अपने काम के प्रति बेहद समर्पित रहना पड़ता है और खुद को मैच के दौरान सतर्क रखना पड़ता है जब भी उनकी टीम का कोई बल्लेबाज बाउंड्री मरता है.
एक चीयरलीडर का जीवन कैसा होता है
साल 2015 में टाइम्स ऑफ इंडिया में एक आर्टिकल छपा था जिसमे एक चीयरलीडर ने इस बात के बारे में में बताया था कि आईपीएल में पर्दे के पीछे का उनका जीवन किस तरह का है. अब जब हम इस आईपीएल के 11 वें सीजन का अनद लेने जा रहे तो उससे पहले चीयरलीडर्स के बारे में ऐसी पांच बातें जान ले जो शायद ही आपको पता हो.
1. अपने उपर फेंकी चीजों से डील करना पड़ता है

जब भी हम भारत में कहीं भी किसी क्रिकेट मैच को देखने ले लिए मैदान के अंदर जाते है तो वहां पर किसी भी दर्शक को स्टेडियम के अंदर सिक्के, चार्जर्स. बोटल्स ले जाने पर रोक होती है. लेकिन लोग पॉपकॉर्न का खाली पैकेट भी फेखने के काम में लेते है साथ कोल्डड्रिंक के खाली गिलास को भी फेकने के रूप में प्रयोग करते है जिससे वह मैदान में मौजूद दूसरे दर्शकों के साथ चीयरलीडर्स को भी खतरे में डाल देते है और मैदान में मौजूद लम्बी जाली भी उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाती है. इसी पर चीयरलीडर्स एमा ने कहा था कि “हमें कभी – कभी अपने ऊपर फेंकी गयीं चीजों को भी नज़रंदाज़ करना पड़ता है.”
2. घूरते रहना

ये एक ऐसी बात है, जो हर चीयरलीडर्स के लिए काफी सामन्य है यहाँ तक की काफी सारी महिला सेलिब्रेटी के लिए भी एक सामान्य बात है और ये किसी भी महिला के लिए काफी अजीब स्थिति होती है जिसे उसको सामना करना पड़ता है इसी पर एमा ने कहा कि “मैं अपने पूरे शरीर को ढकने की कोशिश करती हूँ जब भी भीड़ का मुझे सामना करना पड़ता है. क्योंकी वहां पर काफी सारे ऐसे लोग भी होते है जो बेहद ही गलत इशारे करते है वह हमारी फोटो लेते है जिस कारण मैं अपने शरीर को ढक कर निकलती हूँ.”
3. इस कलर की लड़कियां ही ऐसा काम कर सकती है

ये सुनने में काफी अजीब लगता है कि कौन सी लड़की कम कपडे पहन कर डांस कर सकती है और कौन सी नहीं. क्या लोग ऐसा सोचते हैं कि सिर्फ गोरी लड़कियां ही इस प्रोफेशन को कर सकती है भारतीय लड़कियां नही? इसी पर एमा ने कहा कि “मुझे नस्लीय भेदभाव काफी बुरा लगता है. भारतीय लोग ऐसा क्योंकी सोचते है कि वाइट गर्ल इस तरह के कपड़े पहने और भारतीय महिला ऐसा बिल्कुल भी ना करे? इसने मुझे काफी निराश किया है और मैं इसमें कुछ कर भी नहीं सकती क्योकिं यदि मैं ऐसा करने से मना करती हूँ वह मेरा अनुबंध तुरंत खत्म कर देंगे और किसी दूसरी लड़की को मेरी जगह पर रख लेंगे. मेरा अनुबंध एक डांसर के रूप में हुआ था लेकिन मुझे ऐसा लगता है कि मैं एक सेक्स ऑब्जेक्ट के रूप में देखी जाती हूँ मैं जो भी कर रही हूँ उसका पूरा अनद लेती हूँ लेकिन मैं अपने इस अनुबंध को आगे नहीं बढ़ा सकती जब तक बाकी सारी चीजे सहीं नहीं हो जाती.”
4. खिलाड़ियों से नही मिलना

बीसीसीआई ने आईपीएल में क्रिकेट खिलाड़ियों को चीयरलीडर्स से मिलने पर पूरी तरह से मना कर रखा है यदि इनमे से कोई मिलता भी है तो वह विज्ञापन करने के लिए लेकिन कोई भी उनसे उस समय भी बात नहीं कर सकता है. एमा ने इस पर आगे कहा कि “खिलाड़ी हमे पूरी तरह से नज़रंदाज़ करते है और हमने उनसे मिलने से भी साफ तौर पर मना किया जाता है.”
5. खराब कपडे पहनने पड़ते है

काफी बार आईपीएल चीयरलीडर्स के कोस्टयूम्स बेहद ही अजीब लगते है तो उनको असहज और खराब भी दिखाते है. इसी पर एमा ने कहा कि “हे भगवान कोस्ट्यूमस को लेकर सबसे बड़ा ड्रामा होता है मुझे अपने पुराने कोस्टयूम्स बेहद पसंद थे लेकिन अब उन्हें बदल दिया गया.”