रिद्धिमान साहा को अफगानिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच से पहले फिट होने की बेहद कम उम्मीद
अद्यतन - जून 1, 2018 3:09 अपराह्न
भारतीय क्रिकेट टीम के मौजूदा समय टेस्ट क्रिकेट में प्रमुख रूप से विकेटकीपिंग का जिम्मा सँभालने वाले रिद्धिमान साहा के लिए इंडियन प्रीमियर लीग 11 का सीजन कुछ अच्छा नहीं बीता. सनराइजर्स हैदराबाद टीम से खेलते हुए साहा का बल्ले से बेहद खराब सीजन बीता है लेकिन इससे और भी अधिक खराब करने का काम उनके चोटिल हो जाने पर किया जब वह क्वालीफायर 2 में शिवम मावी की गेंद पर चोटिल हो गयें थे और फाइनल मैच से उन्हें बाहर बैठना पड़ा था लेकिन अब ऐसी खबरे आ रही कि वह अपनी चोट से काफी तेजी के उबर नहीं रहे है.
अफगानिस्तान के साथ भारत को एकमात्र टेस्ट मैच 14 जून से बेंगलौर में खेलना है और टाइम्स ऑफ इण्डिया में छपी एक खबर के अनुसार रिद्धिमान साहा से कहा गया है कि यदि वह मैच से पहले फिट हो जाते है तो उन्हें खिला लिया जायेगा. साहा ने भी अब अपने डॉक्टर्स के हाथ में सबकुछ छोड़ दिया है.
डॉक्टर्स को अगले महीने साहा की चोट पर निर्णय लेना है. अगले हफ्ते भारतीय टीम के सभी खिलाड़ियों को अपना फिटनेस टेस्ट देना है और इसी मामले में साहा ने कहा कि उन्हें बहुत अधिक उम्मीद तो नहीं है अफगानिस्तान टेस्ट के लिए साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि उनके हाथ में कुछ भी नहीं है डॉक्टर्स को अब निर्णय लेना है.
मुझे कुछ नहीं पता
रिद्धिमान साहा का उनकी चोट पर टाइम्स ऑफ इंडिया में छपा बयान उसके अनुसार उन्होंने कहा कि “मुझे अभी अपनी चोट के बारे में पूरी तरह से सही स्थिति नहीं पता है तो अभी मैं इस बारे में कोई भी बयान नहीं दे सकता हूँ कि मैं अफगानिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच में हिस्सा ले सकूँगा या नहीं. बीसीसीआई के डॉक्टर को आखिरी निर्णय लेना है, जो अगले हफ्ते आएगा.
“बीसीसीआई काफी करीब से मेरी चोट को देख रही है हर दिन बीतने के बाद औ उन्हें ही आखिरी निर्णय लेना है, अगर मैं ईमानदारी से कहूँ तो हो सकता है कि मैं फिट ना हो सकूं लेकिन यह मेरे हाथ में भी नहीं है.”
खराब आईपीएल सीजन पर
आईपीएल का ये सीजन खराब होने पर रिद्धिमान साहा ने कहा कि “मैं उस तरह से बल्लेबाजी नहीं कर सका जैसा मैं चाहता था, लेकिन टेस्ट और टी-20 बिल्कुल ही अगल बॉल गेम है और मुझे आशा है कि इसमें मैं अच्छा कर सकूँ क्योंकि हर मैच कठिन होता है वो भी जब आप घर पर खेल रहे हो तो और भी अधिक दबाव होता है क्योंकि कोई भी नहीं चाहता है कि आप मैच हारे अपने घर पर.”