भारतीय टीम का पिछले 5 सालों में यदि टेस्ट क्रिकेट में रिकॉर्ड देखा जाए तो काफी शानदार देखने को मिला है। जिसमें टीम ने एक निरंतरता के साथ विदेशी दौरों पर बेहतरीन प्रदर्शन किया है। ऐसे में जब इस बार टीम इंडिया साउथ अफ्रीका के दौरे पर रवाना हो रही थी, तो सभी को उम्मीद थी कि वह टेस्ट सीरीज में जीत हासिल करने के साथ अफ्रीकी जमीन पर भी इतिहास रचने का काम करेंगे।
Advertisement
Advertisement
जिसको लेकर टीम इंडिया ने दौरे की शुरुआत काफी शानदार तरीके से करते हुए सेंचुरियन टेस्ट मैच को अपने नाम किया। लेकिन साल बदलने के साथ साउथ अफ्रीकी टीम की किस्मत और खेल में भी बड़ा बदलाव देखने को मिला। उन्होंने पहले भारत को जोहान्सबर्ग टेस्ट मैच में शानदार तरीके से लक्ष्य का पीछा करते हुए मात देने का काम किया और सीरीज को 1-1 की बराबरी पर लाकर खड़ा कर दिया।
वहीं इसके बाद केपटाउन टेस्ट मैच में सभी को उम्मीद थी कि भारतीय टीम पिछली हार को भुलाकर इस मैच को अपने नाम करने में कामयाब होगी। लेकिन इसका ठीक विपरीत देखने को मिला पूरे मैच में मेजबान टीम के दबदबा साफतौर पर देखने को मिला जिसमें अफ्रीकी गेंदबाजों ने दोनों पारियों में भारतीय बल्लेबाजों को अधिक समय मैदान पर नहीं बिताने दिया।
जिसके चलते उन्हें मैच की चौथी पारी में सिर्फ 212 रनों का लक्ष्य मिला और इसे उन्होंने 3 विकेट के नुकसान पर हासिल करते हुए सीरीज को ना सिर्फ 2-1 से अपने नाम किया बल्कि भारतीय टीम के सपने को भी तोड़ गिया।
इस टेस्ट सीरीज में हार के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहनी ने भी अपनी निराशा को व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया पर ट्वीट करते हुए लिखा कि, यह एक कठिन हार। आप सभी का शुक्रिया जिन्होंने इस दौरान हमारा समर्थन किया।
केपटाउन टेस्ट मैच में भारतीय टीम की हार को लेकर कोहली ने अपने बयान में कहा कि, टीम अहम मौकों का सही तरीके से लाभ उठाने में नाकाम रही, वहीं बल्लेबाजों का खराब प्रदर्शन भी इस टेस्ट सीरीज में हमारी हार का सबसे बड़ा कारण बना। वहीं कोहली ने इस टेस्ट सीरीज में शानदार तरीके से वापसी करने वाली साउथ अफ्रीकी टीम की भी तारीफ की।
विराट कोहली ने अपने दिए बयान में कहा कि, टेस्ट क्रिकेट के लिए यह काफी अच्छी बात है। पहला मैच जहां हमारे नाम रहा वहीं साउथ अफ्रीकी टीम ने बाकी 2 मैचों में शानदार तरीके से वापसी करते हुए उसे अपने नाम किया। जिसमें हमारी हार की प्रमुख वजह अहम मौकों का सही तरीके से लाभ ना उठा पाना था।