दक्षिण अफ्रीका टीम के विस्फोटक बल्लेबाज एबी डी विलियर्स ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से पूरी तरह से आज सन्यास लेने की घोषणा करते हुए पूरे क्रिकेट जगत को अचम्भे में डालने का काम किया है. डी विलियर्स ने ये जानकारी अपनी ऑफिशियल एप पर दी.
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इंडियन प्रीमियर लीग के 11 वें सीजन में आरसीबी टीम के प्लेऑफ से पहले बाहर हो जाने के बाद डी विलियर्स अपने देश वापस चले गयें थे. अब उन्होंने विश्वकप से ठीक 1 साल पहले अपने सन्यास लेने की घोषणा करके अफ्रीका टीम को बहुत बड़ा झटका दिया है.
एबी डी विलियर्स ने अपने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट की शुरुआत साल 2004 में की थी जिसके बाद वह टीम के बेहद महत्वपूर्ण सदस्य बन गयें थे. डी विलियर्स की छवि एक विस्फोटक बल्लेबाज की थी और उन्होंने 2015 में विश्वकप में टीम की कप्तानी करते हुए सेमीफाइनल तक का सफर तय किया था लेकिन न्यूज़ीलैंड के हाथों मिली हार ने टीम के विश्वकप के सपने को पूरी तरह से तोड़ दिया था.
अपने सन्यास की घोषणा अपनी ऑफिशियल एप पर करते हुए डी विलियर्स ने कहा कि “ये मेरे लिए बेहद कठिन निर्णय है मैंने इसके लिए काफी सोचा और अब मैं अपने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से पूरी तरह सन्यास लेता हूँ. मेरे टीम के साथियों का बेहद धन्यवाद. क्रिकेट साउथ अफ्रीका और सभी जिन्होंने मेरे समर्थन किया उनका धन्यवाद.”
डी विलियर्स का कुछ तरह से रहा अंतर्राष्ट्रीय करियर
डी विलियर्स ने अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर की शुरुआत साल 2004 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच से की थी और इसके बाद उन्होंने 114 टेस्ट मैच की 191 परियों में 50 के औसत से 8765 रन बनायें जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 278 रनों का पाकिस्तान के खिलाफ बनायें थे. अपना पहला वनडे मैच डी विलियर्स ने 2 फरवरी 2005 कि इंग्लैंड के खिलाफ ही खेला था और इसके बाद 228 अंतर्राष्ट्रीय वनडे मैच में की 218 पारियों में 53 के औसत से 9473 रन बनाएं है. वनडे में सर्वाधिक स्कोर 178 रनों का रहा है.