पूर्व ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर एंड्रयू साइमंड्स ने टीम के पूर्व साथी माइकल क्लार्क के साथ अपने मतभेद के बारे में खुलकर बात की है। दोनों ने एक साथ काफी क्रिकेट खेली है और एक बेहतरीन बॉन्ड शेयर करने के लिए जाने जाते हैं। हालांकि, साइमंड्स के अंतरराष्ट्रीय करियर के अंत में उनके और क्लार्क के रिश्ते में दरार आ गई और अनुभवी का मानना है कि आईपीएल (IPL) में मिलने वाले पैसों की वजह से दोनों ही खिलाड़ियों के रिश्तों में दरार आ गया।
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2008 की आईपीएल नीलामी में साइमंड्स दूसरे सबसे महंगे खिलाड़ी थे, जिन्हे उस वक्त की टीम डेक्कन चार्जर्स ने 1.35 मिलियन डॉलर देकर खरीदा था। हालांकि साइमंड्स ने इस मामले में विस्तार से बात नहीं की, लेकिन उन्होंने स्वीकार किया कि क्लार्क के साथ उनके संबंधों को खराब करने में पैसे की भूमिका थी। 46 वर्षीय ने यह भी कहा कि वह और क्लार्क अब दोस्त नहीं हैं, लेकिन उनके लिए उनके मन में अभी भी काफी सम्मान है।
माइकल क्लार्क संग अपने दोस्ती पर बोले एंड्रयू साइमंड्स
ब्रेट ली के पॉडकास्ट पर बात करते हुए एंड्रयू साइमंड्स ने कहा कि, “जब माइकल क्लार्क टीम में आए तो हम काफी अच्छे दोस्त थे। लेकिन उसके बाद चीज़ें बिगड़ गईं, मैथ्यू हेडन ने मुझे बताया था कि जब आईपीएल शुरू हुआ, तब माइकल क्लार्क को मुझसे कुछ दिक्कत हुई थी क्योंकि मुझे में काफी ज्यादा पैसे मिले थे और वही हमारी दोस्ती के बीच आ गया।”
उन्होंने आगे कहा कि, “पैसा काफी कुछ करवा देता है, ये अच्छा है लेकिन जहर भी बन सकता है। मुझे लगता है कि पैसे ने ही हमारे रिश्ते में जहर का काम किया। मैं उनके लिए काफी इज्जत रखता हूं ऐसे में ज्यादा बातें नहीं कहना चाहूंगा। अब हम दोस्त नहीं हैं और उससे मुझे कोई दिक्कत नहीं है।
इस बीच, क्लार्क साइमंड्स के गैर-पेशेवर व्यवहार के बारे में काफी मुखर रहे हैं। उन्होंने एक उदाहरण का भी खुलासा किया था जब ऑलराउंडर एक मैच के लिए नशे में आने का आरोप लगाया था। क्लार्क ने अपनी 2015 एशेज डायरी में लिखा था कि, “एंड्रयू साइमंड्स मेरे नेतृत्व की आलोचना करने के लिए टीवी पर गए। मुझे खेद है, लेकिन वह नेतृत्व के आधार पर किसी को आंकने वाले व्यक्ति नहीं हैं।”