श्रीलंका के खेमे में कोविड-19 ने दी दस्तक; एंजेलो मैथ्यूज पहले टेस्ट से हुए बाहर
मैथ्यूज के कोरोना संक्रमित होने के बावजूद श्रीलंका टीम के अन्य सदस्यों का टेस्ट नहीं कराया गया है!
अद्यतन - जुलाई 1, 2022 12:13 अपराह्न
श्रीलंका के सीनियर बल्लेबाज एंजेलो मैथ्यूज कोविड-19 पॉजिटिव पाए जाने के बाद गाले में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जा रहे पहले टेस्ट से बाहर हो गए हैं। उन्होंने 29 जून से गाले में खेले जा रहे पहले टेस्ट के पहले और दूसरे दिन खेला, और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 39 रन बनाए, लेकिन वह खेल के तीसरे दिन मैदान में नहीं लौटे।
एंजेलो मैथ्यूज तीसरे दिन के खेल शुरू होने से ठीक पहले मैच से बाहर हो गए। यह ऑस्ट्रेलिया के श्रीलंका दौरे पर पहला कोविड-19 का केस है। इस बीच, श्रीलंका क्रिकेट (SLC) ने 1 जुलाई को एंजेलो मैथ्यूज के कोविड-19 पॉजिटिव पाए जाने की पुष्टि ट्विटर पर की, और साथ ही सीनियर बल्लेबाज के प्रतिस्थापन की घोषणा भी की।
एंजेलो मैथ्यूज कोरोना संक्रमित पाए गए
श्रीलंका क्रिकेट (SLC) ने ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के खिलाफ खेले जा रहे पहले टेस्ट के लिए ओशादा फर्नांडो को एंजेलो मैथ्यूज के प्रतिस्थापन के रूप में श्रीलंका क्रिकेट टीम की प्लेइंग इलेवन में शामिल किया है।
SLC ने एक बयान में कहा: “एंजेलो मैथ्यूज कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए हैं। उनका रैपिड एंटी-जेन टेस्ट कल कराया गया था जो पॉजिटिव पाया है। वह अस्वस्थ महसूस कर रहे थे, इसलिए उन्हें RAT टेस्ट से गुजरना पड़ा। मैथ्यूज को टीम के बाकी सदस्यों से अलग कर दिया गया है, और वह इस समय सभी कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन कर रहे हैं। ओशादा फर्नांडो कोविड-19 प्रतिस्थापन के रूप में मैथ्यूज के स्थान पर प्लेइंग इलेवन में आएंगे।”
🔄 Oshada Fernando will come into the playing XI in place of Mathews as a Covid replacement.#SLvAUS
— Sri Lanka Cricket 🇱🇰 (@OfficialSLC) July 1, 2022
आपको बता दें, मैथ्यूज के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि होने के बाद भी श्रीलंका के बाकी खिलाड़ियों और स्टाफ का परीक्षण नहीं किया गया है, क्योंकि कोविड-19 प्रोटोकॉल के अनुसार केवल उन्ही लोगों का टेस्ट कराया जाएगा जिनमे वायरस के कोई लक्षण दिखाई देंगे, और बाकी सभी खिलाड़ी स्वस्थ है।
वहीं दूसरी ओर, ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी नॉन-मैच वाले दिनों में भी रोजाना रैपिड एंटीजन टेस्ट कराते हैं, खासकर जब वह टीम होटल से बाहर जाते है। हालांकि, उन्हें सुनिश्चित करना होता है कि वे किसी के संपर्क में न आए।