'जंगल में मोर नाचा, किसने देखा': अंजुम चोपड़ा ने महिला क्रिकेट के शुरुआती दिनों पर दिया बड़ा बयान - क्रिकट्रैकर हिंदी

‘जंगल में मोर नाचा, किसने देखा’: अंजुम चोपड़ा ने महिला क्रिकेट के शुरुआती दिनों पर दिया बड़ा बयान

एक ब्रॉडकास्टर के रूप में अभी भी खेल का हिस्सा बनकर बहुत खुश हैं अंजुम चोपड़ा।

Anjum Chopra. (Image Source: Instagram)
Anjum Chopra. (Image Source: Instagram)

अंजुम चोपड़ा को भारतीय महिला क्रिकेट टीम की पथप्रदर्शक के रूप में जाना जाता है, और उनका एक क्रिकेटर और ब्रॉडकास्टर के रूप में क्रिकेट की दुनिया में एक अविश्वसनीय योगदान रहा है। भारतीय महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान ने कहा वह वर्तमान दौर में महिला क्रिकेटरों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अधिक अवसर, एक्सपोजर और पहचान मिलते देख बहुत खुश हैं, जिसकी उनके करियर के दौरान बहुत कमी थी।

हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, अंजुम चोपड़ा ने कहा: ‘महिला प्रीमियर लीग (WPL) के पहले सीजन की शानदार सफलता के बाद काफी उम्मीदें और आकांक्षाएं बढ़ गई है। जब सब कुछ सही जा रहा होता है, तो आपको यह अहसास होता है कि भविष्य में भी सब अच्छा ही होगा। मेरे क्रिकेट करियर में, 2012 से पहले, काफी अवसर थे, लेकिन लोग चीजों के बारे में इतने जागरूक नहीं थे, जितने अब हैं। आज जैसे-जैसे लोग जागरूक हुए हैं, हम बेहतर स्थिति में हैं।

आधुनिक युग में महिला क्रिकेट की प्रगति से खुश हैं अंजुम चोपड़ा

पहले स्थिति जंगल में मोर नाचा, किसने देखा जैसी थी। अब महिला क्रिकेट में प्रगति के साथ चीजें बेहतर हो रही हैं। एक्सपोजर से पहचान मिली है, जो महिला क्रिकेट टीम के लिए बहुत अच्छा है। मुझे यकीन है कि भविष्य में इसमें और सुधार होगा। एक क्रिकेटर के रूप में, मेरी राय यह है कि आप जितना अधिक खेलते हैं, वह खिलाड़ी और खेल दोनों के लिए हमेशा बेहतर होता है। फ्रेंचाइजी लीग के साथ-साथ घरेलू और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट टूर्नामेंट ओवरलैप नहीं होते हैं। तो समस्या कहां है?

यह सब संतुलन के बारे में है, और बोर्ड और खिलाड़ी इस बात से अच्छी तरह से वाकिफ है कि लीग हो या अंतरराष्ट्रीय स्तर का खेल, हर कोई अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करता है। उस समय हमारे पास इतना शानदार स्टेडियम (इकाना) नहीं था। लेकिन मैंने केडी सिंह बाबू स्टेडियम और कानपुर के ग्रीन पार्क में काफी खेला है।’

आपको बता दें, अंजुम चोपड़ा पहली भारतीय महिला क्रिकेटर थी, जिन्होंने वनडे क्रिकेट में शतक लगाया, 100 वनडे मैच खेले, भारत को पहली बार टेस्ट सीरीज जिताई और छह महिला वर्ल्ड कप खेले। अब वह ब्रॉडकास्टर के रूप में काम कर रही है।