एमएस धोनी से मिली सीख का इस्तेमाल भारत के खिलाफ करना चाहते हैं ड्वेन प्रिटोरियस - क्रिकट्रैकर हिंदी

एमएस धोनी से मिली सीख का इस्तेमाल भारत के खिलाफ करना चाहते हैं ड्वेन प्रिटोरियस

ड्वेन प्रिटोरियस ने आईपीएल 2022 में खेलने के अपने अनुभव को साझा किया है।

Dwaine Pretorius
Dwaine Pretorius. (Photo by AAMIR QURESHI/AFP via Getty Images)

दक्षिण अफ्रीका के ऑलराउंडर ड्वेन प्रिटोरियस ने भारत के खिलाफ पांच मैचों की टी-20 अंतरराष्ट्रीय सीरीज से पहले आईपीएल 2022 (IPL 2022) में खेलने के अपने अनुभव को साझा किया है। उन्होंने आईपीएल 2022 (IPL 2022) में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के साथ डेब्यू किया था।

आईपीएल (IPL) की सबसे सफल फ्रेंचाइजियों में से एक सीएसके (CSK) ने ड्वेन प्रिटोरियस को 50 लाख रूपए के आधार मूल्य पर अपनी टीम में शामिल किया था। हालांकि, सीएसके (CSK) के लिए यह सीजन बेहद निराशाजनक रहा, लेकिन दक्षिण अफ्रीकी ऑलराउंडर 6 मैचों में अपनी प्रतिभा से कईयों को प्रभावित करने में सफल रहे। इस समय वह टीम इंडिया के खिलाफ 9 जून से खेली जाने वाली टी-20 अंतरराष्ट्रीय सीरीज के तैयारियों में जुटे हुए  हैं।

एमएस धोनी से मिली सीख का इस्तेमाल भारत के खिलाफ करना चाहते हैं ड्वेन प्रिटोरियस

ड्वेन प्रिटोरियस ने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा: “मेरे पहले आईपीएल सीजन का अनुभव शानदार रहा। मैं हमेशा से आईपीएल में खेलना चाहता था, और जब मुझे टूर्नामेंट की सबसे सफल फ्रेंचाइजीयों में से एक सीएसके के लिए खेलने का मौका मिला तो मेरी खुशी का ठिकाना नहीं था। मैंने सीएसके के लिए आईपीएल 2022 में खेलते हुए हर एक पल का भरपूर आनंद लिया। मुझे एमएस धोनी के साथ खेलने और उनके साथ बल्लेबाजी करने में बहुत मजा आया। भारत में धोनी  की ब्रांड वैल्यू देखकर पता चलता है कि वह कितने बड़े खिलाड़ी हैं, और उन्होंने क्रिकेट के क्षेत्र में अपने देश के लिए क्या किया है, उनका कितना योगदान रहा होगा।”

उन्होंने आगे कहा, “मैंने धोनी से सबसे बड़ी बात यह सीखी कि क्रीज पर कैसे शांत रहना हैं, वह बल्लेबाजी करते हुए बेहद शांत रहते हैं, और खुद से दबाव हटाकर गेंदबाज पर डालने की कितनी कोशिश करते हैं। उन्होंने मुझे एहसास दिलाया कि डेथ ओवरों में बल्लेबाज नहीं, बल्कि गेंदबाज अधिक दबाव में होते हैं। यदि आपको अंतिम तीन गेंदों में 18 रनों का बचाव करना है, इस स्थिति में भी आप मैच हार सकते हैं, और जबकि एक बल्लेबाज उस स्थिति में भी मैच जीत सकता है। यह एक नई मानसिकता हैं, जो मैंने आईपीएल में धोनी से सीखी थी।”

दक्षिण अफ्रीकी ऑलराउंडर ने अंत में कहा: “धोनी कभी भी किसी भी चीज के लिए बहुत ज्यादा उत्तेजित नहीं होता। वह बहुत आशावादी हैं। उनका मानना है कि कुछ भी असंभव नहीं है, वह कुछ भी कर सकते हैं। यहीं चीज मैं अपने खेल में भी लाने की कोशिश कर रहा हूं। मैं शांतचित्त रहना चाहता हूं, अपने खुद में यह आत्म-विश्वास लाना चाहता हूं कि मैं किसी भी स्थिति में और कोई भी मैच जीत सकता हूं।”

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