क्या हम सब भारत के नौकर हैं? रमीज राजा ने एक बार फिर BCCI और जय शाह को बनाया अपना निशाना
रमीज राजा ने बीसीसीआई के सचिव और ACC के प्रमुख जय शाह की लीडरशिप पर सवाल उठाए!
अद्यतन - दिसम्बर 30, 2022 9:12 अपराह्न
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के पूर्व अध्यक्ष रमीज राजा ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और बीसीसीआई के सचिव और एशियाई क्रिकेट परिषद (ACC) के प्रमुख जय शाह के खिलाफ एक बार फिर अनाप-शनाप बयानबाजी की है। दरअसल, जय शाह ने साफ तौर पर कहा था कि भारत एशिया कप 2023 के लिए पाकिस्तान का दौरा नहीं करेगा और इस टूर्नामेंट को किसी न्यूट्रल स्थल पर स्थानांतरित किया जाएगा।
जिसे लेकर रमीज राजा पहले ही काफी हंगामा कर चुके हैं, जब वह पीसीबी के अध्यक्ष थे, लेकिन पद गंवाने के बावजूद उन्होंने भारत को टारगेट करना नहीं छोड़ा है। इस बीच, बीसीसीआई और जय शाह पर तीखा हमला करते हुए पूर्व पाकिस्तानी कप्तान ने ACC के प्रमुख के नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड होने का फायदा उठाने और सभी क्रिकेट बोर्डों को अपनी धुन पर नचाने के लिए बीसीसीआई की कड़ी आलोचना की है।
कृपया हमारी टीम और प्रशंसकों को सम्मान दें: रमीज राजा
राजा ने कहा पीसीबी या पाकिस्तान भारत का “नौकर” नहीं है, और पाकिस्तान क्रिकेट टीम और उनके प्रशंसकों को वह सम्मान मिलना चाहिए, जिसके वे हकदार हैं, जो बीसीसीआई होने नहीं दे रहा है। रमीज राजा ने दुनिया न्यूज के हवाले से कहा: ‘ये क्या लीडरशिप है? पहले एशियाई क्रिकेट परिषद ने पाकिस्तान को 2023 एशिया कप की मेजबानी के अधिकार दिए और फिर भारत कहता है कि वे पाकिस्तान की यात्रा नहीं करेंगे और टूर्नामेंट को न्यूट्रल स्थान पर स्थानांतरित करेंगे।
तो इस पर आपकी क्या प्रतिक्रिया होनी चाहिए? क्या हम सब भारत के नौकर हैं, सिर्फ इसलिए क्योंकि वे क्रिकेट जगत में बहुत शक्तिशाली हैं, और दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड हैं? क्या हमें उनकी हर बात माननी चाहिए? या फिर हम हमेशा ही उनके आगे झुकते रहेंगे? क्या हम आइसोलेट हो जाएंगे?
हम सोचेंगे, हम सरकार से अनुमति मांगेंगे, फिर बातचीत आगे बढ़ेगी, ये सब अच्छी लीडरशिप के लक्षण नहीं हैं। पाकिस्तान क्रिकेट टीम शानदार प्रदर्शन कर रही है, हमारी अच्छी फैन फॉलोइंग है, आपके पास सुपरस्टार हैं, तो हमारे पास भी है, इसलिए कृपया हमारी टीम और प्रशंसकों को वह सम्मान दें, जिसके वे हकदार हैं।’