एश्वेल प्रिंस ने अपने साथ हुए नस्लीय भेदभाव को लेकर किया बड़ा खुलासा

एशवेल प्रिंस ने अपने साथ हुए नस्लीय भेदभाव को लेकर को खुलासा करते हुए टीम के टीम के बाकी खिलाड़ियों पर बड़ा आरोप लगाया है।

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Ashwell Prince. (Photo Source: Twitter)

दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट के लिए पिछला एक महीना कुछ अच्छा नहीं रहा है। इस एक महीने की सुनवाई के दौरान कई खिलाड़ियों ने अपने साथ हुए नस्लीय भेदभाव का खुलासा किया। साल 2020 में हुए ब्लैक लाइव्स मैटर्स के आंदोलन में दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज लुंगी एंगीडी के समर्थन ने सामाजिक न्याय और राष्ट्रनिर्माण प्रोजेक्ट के गठन को एक चिंगारी दी।

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इस प्रकार के सामाजिक और राष्ट्रनिर्माण प्रोजेक्ट की सुनवाई में दक्षिण अफ्रीका के पूर्व खिलाड़ियों के साथ साथ वर्तमान खिलाड़ी भी नस्लीय भेदभाव का खुलासा कर रहे हैं। एश्वेल प्रिंस, एरोन फंगिसो, पॉल एडम्स, थामी त्सोलेकिले जैसे खिलाड़ियों ने सामने आकर अपने साथ हुए भेदभाव का खुलासा किया है।

एश्वेल प्रिंस का बयान

एश्वेल प्रिंस, जिन्होंने 66 टेस्ट मैचों में 41.64 की औसत से 3,665 रन बनाए हैं, ने यह दावा किया है कि उन्हें ‘कोटा खिलाड़ी’ कहा गया था।

याहू स्पोर्ट्स की रिपोर्ट के अनुसार, प्रिंस ने कहा कि “आपको लगता है कि आप अपने देश के लिए खेलकर अपना सपना जी रहे हैं, लेकिन मेरे लिए यह कोई सपना नहीं था। मैंने अपना बल्ला अपने माता-पिता और पत्नी के लिए उठाया था। अगर मेरे पास कोई विकल्प होता तो मैं अपना बल्ला उनके सामने नहीं उठाता”

दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ियों का भेदभाव पर खुलासा

45 टेस्ट मैचों में 134 विकेट लेने वाले स्पिनर पॉल एडम्स ने कहा कि उन्हें टीम में ‘ब्राउन शिट’ कहा जाता था। उन्होंने कहा कि मैंने शुरू में इस मामले की शिकायत नहीं की थी लेकिन अब उनकी पत्नी ने इस बात का खुलासा किया कि उनके साथ नस्लीय भेदभाव किया गया था। इस सामाजिक न्याय और राष्ट्रनिर्माण प्रोजेक्ट की सुनवाई में दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट के कई अन्य प्रमुख नामों का भी उल्लेख किया गया।

नतसेबेजा ने आश्वासन दिया है कि “जिन लोगों का सुनवाई के दौरान प्रतिकूल उल्लेख किया गया था, उन्हें इस तरह के आरोपों का औपचारिक तरीके से जवाब देने का अवसर दिया जाएगा। इसकी सुनवाई 23 अगस्त को फिर से शुरू की जाएगी।”

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