ICC ने इंदौर पिच को लेकर सुनाया अपना फैसला, ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कोच ने रखा अपना पक्ष

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2023 का तीसरा टेस्ट मैच इंदौर में खेला गया था।

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Darren Lehmann, Australian coach looks on. (Photo by Scott Barbour/Getty Images)

हाल ही में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी BCCI की अपील के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (ICC) को अपना फैसला बदलना पड़ा है। यह फैसला इंदौर पिच के बारे में दिया गया था। दरअसल, भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2023 का तीसरा टेस्ट मैच इंदौर में खेला गया था।

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इंदौर के होल्कर स्टेडियम में भारत को ऑस्ट्रेलिया ने सिर्फ ढ़ाई दिनों में बुरी तरह से हरा दिया। उसके बाद मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड ने इंदौर पिच का खराब रिव्यू ICC को दिया, जिसके बाद ICC ने इंदौर के होल्कर स्टेडियम को खराब पिच की श्रेणी में डाल दिया था।

ICC ने इंदौर पिच को 3 डिमैरिट पॉइंट्स भी दिए थे। 14 मार्च को BCCI ने ICC को अपने इस फैसले को एक बार फिर से रिव्यू करने की मांग की थी। ICC ने रिव्यू करने के बाद अपना फैसला बदल दिया और इंदौर के होल्कर स्टेडियम की पिच को “खराब” श्रेणी से हटाकर “औसत से नीचे” वाली श्रेणी में डाल दिया। अब इसी को लेकर ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कोच डैरेन लेहमन ने अपना पक्ष रखा। उन्होंने ICC के नियम को बदलने की कड़ी निंदा की है।

बता दें, ऑस्ट्रेलिया के फॉक्स क्रिकेट ने ICC के फैसले बदलने को लेकर एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा कि, ‘भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टेस्ट में काफी खराब पिच तैयार की थी। लेकिन उसके बावजूद उन्होंने इस पिच को खराब श्रेणी से हटवाया। यह अपील सही नहीं थी।’ इसपर ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कोच डैरेन लेहमन ने कुछ लिखा नहीं लेकिन उन्होंने इसके रिप्लाई में हंसने वाले तीन इमोजी भेजी।

ये रहा ट्वीट:

वहीं भारतीय फैंस इस बात से काफी खुश थे कि उनकी टीम ने ऑस्ट्रेलिया को बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज 2023 में 2-1 से मात दी। भारतीय टीम की ओर से इस सीरीज में सभी खिलाड़ियों ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया और सीरीज अपने नाम की। हालांकि मेजबान को वनडे सीरीज में करारी शिकस्त झेलनी पड़ी।

बता दें कि इंदौर मैच खत्म होने के बाद उस मैच के मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड ने दोनों टीमों के कप्तानों से बात करने के बाद पिच रिपोर्ट तैयार की थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि यह पिच बहुत सूखी थी, जिसकी वजह से बल्ले और गेंद के बीच संतुलन नहीं बन पा रहा था।

क्रिस ब्रॉड के इसी पिच रिपोर्ट के आधार पर ICC ने इंदौर पिच को खराब श्रेणी में डाल दिया था। उसके बाद BCCI ने ICC से अपील की थी कि, क्रिस ब्रॉड ने इंदौर पिच की रिपोर्ट बनाने में जल्दबाजी की है, इसीलिए ICC अपने फैसले पर एक बार फिर से विचार करें।

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