ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका इस समय प्रतिष्ठित सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (SCG) में खेले जा रहे तीसरे और अंतिम टेस्ट मैच में आमने-सामने हैं। खराब रोशनी के कारण पिंक बॉल टेस्ट के पहले दिन के खेल को बीच में ही रोक दिए जाने से पहले SCG में मार्नस लाबुशेन के कैच को लेकर काफी वाद-विवाद देखने को मिला।
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दरअसल, दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम इस बात पर अड़ी हुई थी कि साइमन हार्मर ने स्लिप में मार्नस लाबुशेन का कैच बड़ी सफाई से पकड़ा था, और यहां तक कि ऑन-फील्ड अंपायर ने भी इसे आउट करार दिया था, लेकिन तीसरे अंपायर ने इस फैसले को पलट दिया।
मार्नस लाबुशेन को मिला जीवनदान पर नहीं उठा पाए फायदा
हालांकि, यह दक्षिण अफ्रीका पर ज्यादा भारी नहीं पड़ा, क्योंकि एनरिक नॉर्टजे ने कुछ ही देर बाद लाबुशेन को 78 रनों पर चलता कर दिया था। यह घटना ऑस्ट्रेलिया की पारी के 40वें ओवर में देखने को मिली जब मार्नस लाबुशेन 70 पर बल्लेबाजी कर रहे थे। इस बीच, दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज मार्को जानसेन ने एक फुल और स्विंगिंग डिलीवरी फेंकी, जिसे खेलते हुए लाबुशेन अपना कैच स्लिप में तैनात साइमन हार्मर को थमा बैठे।
जिसके तुरंत बाद दक्षिण अफ्रीकी खेमें ने कैच की अपील की और ऑन-फील्ड अंपायर पॉल रीफेल द्वारा सॉफ्ट सिग्नल ‘आउट’ दिया गया। हालांकि, लाबुशेन मैदान पर डटे रहे, और फिर टीवी अंपायर हरकत में आए। इस कैच को चारो ओर से देखने और जूम करके देखने के बाद टीवी अंपायर रिचर्ड केटलबोरो ने फैसला सुनाया कि यह कैच पूरी सफाई से नहीं पकड़ा गया था, इसलिए ऑन-फील्ड अंपायर के फैसले को पलट दिया गया।
तीसरे अंपायर ने निष्कर्ष निकाला कि इस बात के निर्णायक सबूत थे कि हार्मर द्वारा गेंद पकड़े जाने से पहले गेंद जमीन को छू गई थी, जिसके बाद लाबुशेन केवल आठ रन और बना पाए और एनरिक नॉर्टजे को अपना विकेट गंवा बैठे। आपको बता दें, पिंक बॉल टेस्ट के पहले दिन स्टंप पर ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 147/2 है।