भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय सीरीज को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। एशियाई चिर-प्रतिद्वंद्वी देशों के बीच पिछले करीब 10 सालों से एक भी द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली गई हैं, हालांकि, आईसीसी टूर्नामेंटों और एशिया कप में ये दोनों देश आमने-सामने होते रहे हैं।
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लेकिन अब खबरे आ रही हैं कि ये दोनों देश एक-दूसरे के खिलाफ एक बार फिर एक सीरीज में आमने-सामने आ सकते हैं। आपको बता दें, भारत ने 2008 में आखिरी बार पाकिस्तान का दौरा किया था, वहीं पाकिस्तान ने साल 2012 में सीमित ओवरों की सीरीज के लिए आखिरी बार भारत का दौरा किया था।
दरअसल, भारत और पाकिस्तान के बीच कथित तौर पर एक ट्राई सीरीज खेली जा सकती है, जिसमे ऑस्ट्रेलिया भी शामिल होगा और इसके लिए क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) ने हामी भी भर दी हैं। CA ने कथित तौर पर भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय सीरीज की मेजबानी करने की पेशकश की है, और वे इस सीरीज में ऑस्ट्रेलिया को तीसरी टीम के रूप में शामिल कर सकते है।
भारत और पाकिस्तान एक बार फिर आ सकते हैं आमने-सामने
CA के सीईओ निक हॉकले ने रावलपिंडी में कहा व्यक्तिगत रूप से उन्हें त्रिकोणीय सीरीज पसंद है और वे ऑस्ट्रेलिया, पाकिस्तान और भारत के बीच एक ट्राई सीरीज की मेजबानी करने के लिए तैयार है।
निक हॉकले ने Times of India के हवाले से रावलपिंडी में खेले गए पाकिस्तान बनाम ऑस्ट्रेलिया टेस्ट मैच के बाद प्रेस को बताया: “व्यक्तिगत रूप से, मुझे वास्तव में त्रिकोणीय सीरीज की अवधारणा पसंद है। इसने अतीत में अच्छा काम किया है। हम मैचों की मेजबानी के लिए तैयार हैं।”
CEO Nick Hockley I really like the tri-series concept. there are really big communities of both India and Pakistan living in Australia. It's a contest that everyone wants to see in world cricket and if we can help support further opportunities we would love to do that#AUSvsPAK
CA के सीईओ ने आगे कहा: “भारत और पाकिस्तान के लोग बड़ी संख्या में ऑस्ट्रेलिया में रहते हैं। यह एक ऐसी प्रतियोगिता है, जिसे हर कोई विश्व क्रिकेट में देखना चाहता है। अगर हम आगे के अवसरों का समर्थन करने में मदद कर सकते हैं, तो हम ऐसा करना पसंद करेंगे।”
आपको बात दें, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के अध्यक्ष रमीज राजा ने जनवरी में पाकिस्तान, भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच एक टी-20 सीरीज का प्रस्ताव रखा था, जिस पर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने तो हामी भर दी हैं, अब ये देखना बाकि हैं कि इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड और बीसीसीआई की क्या प्रतिक्रिया होगी।