हाल ही में यार्कशायर के पूर्व अंडर-19 कप्तान अजीम रफीक ने कहा है कि नस्लभेद के आरोपों के कारण अंतरराष्ट्रीय मैचों के आयोजन पर यॉर्कशायर काउंटी पर बैन लगाए जाने के बाद से यह काउंटी क्लब सुधारों की दिशा में सही कदम बढ़ा रहा है। अजीम रफीक 2014 तक यॉर्कशायर काउंटी के लिए खेलते रहें हैं।
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अजीम रफीक ने ड्रेसिंग रूम में साथी खिलाड़ियों द्वारा उन्हें नस्लीय रूप से प्रताड़ित करने के आरोप लगाए थे। जिसके बाद इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने तुरंत एक्शन लेते हुए यॉर्कशायर पर अंतरराष्ट्रीय मैचों की मेजबानी पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। इसके अलावा बोर्ड ने इस घटना के आरोपी खिलाड़ियों के अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने पर भी पाबंदी लगा दी थी।
रफीक के ब्रिटिश संसदीय समिति में शिकायत करने के बाद दुनियाभर के कई खिलाड़ियों ने अपने नस्लभेद के कारण बुरे अनुभवों को सभी के साथ साझा किया था। बता दें कि रफीक पाकिस्तान मूल के खिलाड़ी हैं। उन्होनें अब तक 38 प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं। जिसमें उन्हें 71 विकेट प्राप्त हुए हैं।
यॉर्कशायर को लौटा दी जानी चाहिए अंतरराष्ट्रीय मैचों की मेजबानी – अजीम रफीक
हाल ही में अजीम रफीक ने इच्छा जाहिर कि है कि इस प्रतिबंध के बाद यॉर्कशायर द्वारा किये गए सुधारों को देखते हुए उस पर से अंतरराष्ट्रीय मैचों की मेजबानी का लगा प्रतिबंध हटा देना चाहिए। रफीक ने यॉर्कशायर के नए चैयरमैन कमलेश पटेल को इस बात का श्रेय दिया है। अजीम ने कहा कि नए चेयरमैन की नियुक्ति के बाद से ही उन्होनें नए बदलावों को अपनाने पर जोर दिया है।
रफीक ने कहा कि ब्रिटिश सासंदो को साथ इस प्रक्रिया में शामिल होना एक कठिन काम था। अब इस घटना को तीन महीने से अधिक का समय बीत चुका है और एक्शन के बाद से यॉर्कशायर ने जिस तरह से परिवर्तनों को स्थान दिया है, वह सराहनीय कार्य है।
डेली मेल कॉलम से बात करते हुए अजीम रफीक ने बताया कि अब यॉर्कशायर को अब अंतरराष्ट्रीय मैचों की मेजबानी करने का फिर से मौका दिया जाना चाहिये। उन्होनें कहा कि इंग्लैंड के आगामी समर सीजन में हेडिंग्ले के लोगों को भी क्रिकेट का आनंद लेने का मौका दिया जाना चाहिए।