कनफ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्ट के दायरे में फंसे BCCI अध्यक्ष रोजर बिन्नी; 20 दिसंबर तक लिखित में देना होगा जवाब
रोजर बिन्नी ने हाल ही में बीसीसीआई के 36वें अध्यक्ष के रूप में सौरव गांगुली की जगह ली थी।
अद्यतन - नवम्बर 30, 2022 10:55 पूर्वाह्न
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के नवनिर्वाचित अध्यक्ष रोजर बिन्नी को बीसीसीआई के नैतिक अधिकारी विनीत सरन ने हितों के टकराव/कनफ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्ट का नोटिस भेजा है। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, बीसीसीआई के नैतिक अधिकारी ने मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ के लाइफ मेंबर संजीव गुप्ता द्वारा लगाए गए आरोपों के जवाब में 21 नवंबर को रोजर बिन्नी को नोटिस भेजा था।
आपको बता दें, संजीव गुप्ता ने इससे पहले भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर और पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली के खिलाफ भी हितों के टकराव की शिकायत दर्ज की थी। मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ के लाइफ मेंबर ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि रोजर बिन्नी विवादित हैं, क्योंकि उनकी बहू मयंती लैंगर स्टार स्पोर्ट्स नेटवर्क की प्रेसेंटेटर हैं, जिसके पास भारतीय क्रिकेट के मीडिया अधिकार हैं।
कनफ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्ट के दायरे में फंसे रोजर बिन्नी
रोजर बिन्नी को कथित तौर पर अपने खिलाफ लगे आरोपों को चुनौती देने और इस दावे को बेतुका साबित करने के लिए 20 दिसंबर तक का समय दिया गया है। आपको बता दें, बीसीसीआई के अध्यक्ष को 20 दिसंबर तक लिखित में जवाब देना होगा।
पीटीआई के अनुसार, विनीत सरन ने 21 नवंबर के नोटिस में लिखा: “आपको बीसीसीआई के नैतिकता अधिकारी द्वारा सूचित किया जाता है कि बीसीसीआई के नियम और विनियम के नियम 39(2)(बी) के तहत नियम 38(1)(i) और नियम 38(2) के उल्लंघन के लिए एक शिकायत प्राप्त हुई है। उक्त नियम, आपकी ओर से “हितों के टकराव” का उदाहरण बनते हैं। आपको 20/12/2022 को या उससे पहले संलग्न शिकायत पर अपनी लिखित प्रतिक्रिया दर्ज करने का निर्देश दिया जाता है। उक्त प्रतिक्रिया को विधिवत निष्पादित हलफनामे द्वारा समर्थित किया जाना चाहिए।”
आपको बता दें, 1983 वर्ल्ड कप विजेता बिन्नी को 18 अक्टूबर 2022 को मुंबई में आयोजित भारतीय क्रिकेट बोर्ड की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) के दौरान नए बीसीसीआई अध्यक्ष के रूप में चुना गया था। उन्होंने भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली की जगह बीसीसीआई के 36वें अध्यक्ष के रूप में ली थी।