दक्षिण अफ्रीका में कूकाबुरा की गेंद से गेंदबाजी करना चुनौतीपूर्ण- भुवनेश्वर कुमार
अद्यतन - जनवरी 2, 2018 4:24 अपराह्न
टीम इंडिया 5 जनवरी से दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध न्यूलैंड्स में शुरू हो रहे पहले टेस्ट के लिए जमकर अभ्यास कर रही है। ट्रेनिंग के दूसरे दिन भारतीय खिलाड़ियों को ज्यादातर इनडोर में अभ्यास करना पडा। रविवार को सुबह से हो रही बारिश के चलते वातावरण में काफी नमीं आ गई थी। वेस्टर्न प्रोविंस क्रिकेट क्लब में अभ्यास सत्र के दौरान पत्रकारों ने भारतीय टीम के तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार से मुलाकात की। बातचीत के दौरान भुवनेश्वर ने दक्षिण अफ्रीका में तेज गेंदबाजों के लिए अनुकूल परिस्थितियों को लेकर विस्तृत जानकारी दी।
दक्षिण अफ्रीका में कूकाबुरा गेंद से गेंदबाजी करना कठिन
भुवनेश्वर ने बताया कि जब हम दक्षिण अफ्रीका आते है तो हमारे दिमाग में सबसे पहले यही बात आती है कि यहां पर उछाल वाली विकेट देखने को मिलेगी जो तेज गेंदबाजों के लिए मददगार साबित हो सकती है। मगर हम निश्चित तौर पर ये नहीं कह सकते है कि हमें ऐसे ही विकेट मिलेंगे।
भुवनेश्वर का मानना है कि कूकाबुरा की गेंद से गेंदबाजी करना काफी चुनौतीपूर्ण है। क्योंकि 25-30 ओवर बीत जाने के बाद इसमें से मदद मिलना मुश्किल हो जाता है। इसलिए अभ्यास सत्र के दौरान सभी तेज गेंदबाज इसी चुनौती से निपटने के बारे में विचारविमर्श कर रहे है।
आपको बता दें कि टीम इंडिया ने पिछले दो साल में अधिकांश टेस्ट मैच भारतीय सरजमीं पर ही खेलें है। भारत में टेस्ट श्रृंखला के दौरान एसजी की गेंद का इस्तेमाल किया जाता है जिसमें गेंद पुरानी होने के बावजूद भी मदद मिलती रहती है। उपर से सिर्फ 10 या 11 ओवर गुजरने के बाद भी गेंद रिवर्स होना शुरू कर देती है। मगर दक्षिण अफ्रीका में जो कूकाबुरा गेंद का इस्तेमाल होता है वो इससे बिल्कुल विपरीत प्रकृति की होती है।
दक्षिण अफ्रीका के किस बल्लेबाज से है ज्यादा खतरा
भुवनेश्वर से जब यह सवाल पूछा गया कि विपक्षी टीम के किस बल्लेबाज को आप ज्यादा खतरनाक मानते है तब उन्होंने किसी एक खिलाड़ी का नाम लेने से इनकार करते हुए काफी चतुराईपूर्वक उत्तर दिया।
उन्होंने कहा कि “अगर आप विपक्ष के बल्लेबाजी आक्रमण की ओर देखें तो उनमें से किसी एक का नाम लेना उचित नहीं है और संभव है कि मैं 10-15 नामों को चुन सकता हूँ। लेकिन हमारे लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण बात यह है कि कौनसा बल्लेबाज इस वक्त अच्छे फॉर्म में है और यह सब कुछ इसी पर निर्भर करता है कि गेंदबाज कैसे उस बल्लेबाज की ताकत और कमजोरी के अनुसार गेंदबाजी करते है।”