टी20 लीग की बढ़ती पॉपुलैरिटी से वनडे सीरीज को नुकसान हो सकता है- रवि शास्त्री

देश में एक अरब 40 करोड़ लोग हैं और सिर्फ 11 ही खिलाड़ी देश के लिए खेल सकते हैं- रवि शास्त्री

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Ravi Shastri (Photo Source: Twitter)

भारत के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री अक्सर खिलाड़ियों के प्रदर्शन और क्रिकेट के मौजूदा फॉर्मेट को लेकर अपनी राय रखते रहते हैं। वहीं हाल ही में उन्होंने टी20 लीग को लेकर बड़ा बयान दिया है। दरअसल उनका मानना है कि टी20 की बढ़ती पॉपुलैरिटी के कारण वनडे क्रिकेट नुकसान में आ सकता है।

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दरअसल  ESPNcricinfo से बातचीत के दौरान रवि शास्त्री ने बताया कि क्रिकेट अब फुटबॉल की राह पर चल रहा है। दुनियाभर की फ्रेंचाइजी टीमें खिलाड़ियों को अधिक समय के लिए अपने कॉन्ट्रैक्ट में उलझाए रखना चाहती है, जिसका असर वनडे क्रिकेट पर पड़ सकता है। वहीं भविष्य में खिलाड़ी सिर्फ इंटरनेशनल टूर्नामेंट ही खेलना चाहेंगे।

वनडे फॉर्मेट को लेकर रवि शास्त्री ने दिया बड़ा बयान

रवि शास्त्री ने कहा कि, मैनें हमेशा यही कहा है कि द्विपक्षीय सीरीज को नुकसान हो सकता है। दुनिया भर में जिस तरह से लीग की संख्या लगातार बढ़ने लगी है, यह फुटबॉल की राह पर जाने जैसा है। टीमें विश्व कप से पहले एक साथ होंगी, थोड़ा बहुत द्विपक्षीय क्रिकेट खेलेंगी और फिर जब क्लब टीमों को छोड़ेंगे तब वे विश्व कप खेलेंगे।

उन्होंने अपनी बात को जारी रखते हुए आगे कहा कि, आपको पसंद हो या ना हो लेकिन ऐसा ही होगा। हालांकि मुझे इसमें कोई बुराई नहीं लगती  है। लेकिन वनडे क्रिकेट को इससे जरूर नुकसान होगा। वहीं रवि शास्त्री ने क्लब क्रिकेट को महत्व देने के बारे में भी बात की।

रवि शास्त्री ने कहा कि, हमारे देश की आबादी देखें। दरअसल देश में एक अरब 40 करोड़ लोग हैं और सिर्फ 11 ही खिलाड़ी देश के लिए खेल सकते हैं। लेकिन फिर बाकी क्या करेंगे? उनके पास वाइट बॉल क्रिकेट खेलने का मौका है। उन्हें इस फ्रेंचाइजी क्रिकेट के जरिए दुनिया भर में खेलने का मौका मिल रहा है तो फिर वे क्यो नहीं खेलेंगे। क्योंकि यही उनकी कमाई का जरिया है। इसे उनसे कोई नहीं छीन सकता। BCCI से उनका कोई कॉन्ट्रैक्ट नहीं है।

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