इंग्लैंड के 2021 में भारत दौरे के दौरान चेन्नई में खेले गए पहले टेस्ट को लेकर आई सनसनीखेज खबर, पिच क्यूरेटर पर की गई जांच की मांग

इस घटना के बाद भारतीय टीम प्रबंधन ने बीसीसीआई (BCCI) से बात की थी और आधिकारिक तौर पर क्यूरेटर बदलने का अनुरोध भी किया था।

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England Cricket Team (Image Source: ECB)

साल 2021 में इंग्लैंड ने भारत दौरे के दौरान चार टेस्ट मैच, तीन वनडे और पांच मैचों की टी-20 अंतर्राष्ट्रीय सीरीज खेली थी। चार मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले दो मैच चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में खेले गए थे। अब इस सीरीज के फरवरी 2021 में खेले गए पहले टेस्ट मैच को लेकर एक सनसनीखेज खबर सामने आई है।

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रिपोर्ट के मुताबिक एमए चिदंबरम स्टेडियम के पिच के क्यूरेटर ने भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री और गेंदबाजी कोच भरत अरुण समेत घरेलू टीम प्रबंधन द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन नहीं किया था, जिसका भुगतान घरेलू टीम को पहला टेस्ट मैच 227 रनों की हार से चुकाना पड़ा।

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, रवि शास्त्री और भरत अरुण इंग्लैंड के खिलाफ पहला टेस्ट शुरू होने से एक दिन पहले 4 फरवरी की शाम को एमए चिदंबरम स्टेडियम गए थे। पूर्व मुख्य कोच और गेंदबाजी कोच ने क्यूरेटर और ग्राउंड्समैन से स्पष्ट रूप से कहा था कि पिच को वैसे ही छोड़ दिया जाना चाहिए और पानी एवं रोलर का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए।

चेन्नई के एक क्यूरेटर पर इंग्लैंड के 2021 दौरे के दौरान भारतीय टीम के निर्देशों की अवहेलना का लगा आरोप

लेकिन क्यूरेटर और ग्राउंड्समैन ने पूर्व कोचों के निर्देशों का पालन नहीं किया। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, रवि शास्त्री और भरत अरुण के चले जाने के बाद क्यूरेटर ने ग्राउंड्समैन से कहा कि उन्हें एक उच्च अधिकारी द्वारा पिच को पानी देने और उसे रोल करने के लिए कहा गया।

कथित तौर पर क्यूरेटर ने एमए चिदंबरम स्टेडियम के ग्राउंड्समैन की सहमति के बगैर पिच को पानी भी दिया और उसे रोल भी किया, जिसके बाद अगली सुबह यह एक सपाट डेक बन गया, जबकि उसके पास निर्देशों का विरोध करने का कोई अधिकार नहीं था।

भारतीय टीम प्रबंधन कथित तौर पर निर्देशों की अनदेखी के लिए क्यूरेटर से नाराज था और उस पर जानबूझकर ऐसा करने का आरोप लगाया गया था। रिपोर्ट के अनुसार, BCCI द्वारा चुने गए क्यूरेटर द्वारा नुकसान पहुंचाने वाले लोग, जो इस मामले की चपेट में आते है, बोर्ड द्वारा जांच की मांग करने पर बोलने के लिए तैयार है। अब यह मांग भी की गई है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) इस बात की जांच करे कि उस शाम क्यूरेटर को किसने बुलाया था।

 

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