आईपीएल 2018: देखिए कैसे चेन्नई सुपरकिंग्स ने 4 बार हारे हुए मैच को जीत में बदल दिया

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Deepak Chahar of Sunrisers Hyderabad celebrates the fall of Shikhar Dhawan’s wicket. (Photo by IANS)

आईपीएल की फ्रेन्चाइजी टीम चेन्नई सुपरकिंग्स को फॉफ डु प्लेसिस और शार्दुल ठाकुर ने मुंबई में मंगलवार को आईपीएल सीजन 11 के पहले क्वालीफायर में सनराइजर्स हैदराबाद पर रोमांचक जीत दिलाई. चेन्नई ने अंतिम क्षणों में जबर्दस्त वापसी कर सनराइजर्स से जीत छीन लिया. यह पहला मौका नहीं था जब अंतिम क्षणों में तूफानी बल्लेबाजी कर चेन्नई के खिलाड़‍ियों ने अपनी टीम को जीत दिलाई है इससे पहले भी आईपीएल के इस सत्र में तीन बार ऐसे मौके आए थे.

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आईपीएल की क्वालीफायर वन में 140 रनों के टारगेट का पीछा करते हुए चेन्नई ने 97 रनों पर 7 विकेट खो दिए थे. जिसके बाद सनराइजर्स की मैच पर पकड़ मजबूत हो गई थी. ऐसे में प्लेसिस ने अपने खेल में बदलाव किया और उन्हें शार्दुल का पूरा साथ मिला और चेन्नई की नैया पार लगाई चेन्नई ने अगले 2.1 ओवर में तूफानी अंदाज में 43 रन जोड़ते हुए जीत दर्ज कर सातवीं बार आईपीएल फाइनल में जगह बनाई जहां प्लेसिस ने 7 गेंदों में 26 रन बनाये और शार्दुल ने 5 गेंदों में 15 रन बनाए.

इससे पहले भी चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए तीन बार ऐसे मौके आए जब उसके बल्लेबाजों ने अंतिम तीन ओवर में धमाकेदार बल्लेबाजी कर अपनी टीम को जीत दिलाई है. चेन्नई और मुंबई के बीच खेले गए इस सीजन के प्रारंभिक मैच में ड्‍वेन ब्रावो के शानदार प्रदर्शन से चेन्नई ने जीत दर्ज की थी. उस वक्त चेन्नई ने अंतिम 2.5 ओवर में 47 रन बनाते हुए 1 गेंद शेष रहते 1 विकेट से जीत दर्ज की थी जिसमें ब्रावो 30 गेंदों में 3 चौकों और 7 छक्कों की मदद से 68 रन बनाए थे.

जहां चेन्नई ने इसके बाद अपने अगले मैच में चेन्नई में ही कोलकाता नाइटराइडर्स पर इसी तरह 1 गेंद शेष रहते 5 विकेट से जीत दर्ज की थी वहीं उस वक्त चेन्नई ने 47 ओवरों के बाद अगले 2.5 ओवर में 41 रन बनाकर जीत हासिल की थी.

सीएसके ने इस आईपीएल में इस तरह के धमाकेदार प्रदर्शन के सिलसिले को आगे बढ़ाकर बेंगलुरु में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने 25 अप्रैल को 2 गेंद शेष रहते 5 विकेट से जीत दर्ज की थी उस वक्त उसने अंतिम 2.4 ओवर में 44 रन बनाकर जीत दर्ज की थी जिसमे कप्तान धोनी ने 34 गेंदों में 1 चौके और 7 छक्कों की मदद से नाबाद 70 रनों की कप्तानी पारी खेलकर टीम की नैया पार लगाई थी.

दीखिये चेन्नई को हार के मुंहाने से लौटकर जीत मिली: 

7 अप्रैल: 47 रन (अंतिम 2.5 ओवरों में) मुंबई.

10 अप्रैल: 41 रन (2.5 ओवरों में) चेन्नई.

25 अप्रैल: 44 रन (2.4 ओवरों में) बेंगलुरु.

22 मई: 43 रन (2.1 ओवरों में) मुंबई.

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