चेतेश्वर पुजारा पर गुस्सा हुए मनीष पांडे, बात बढ़ जाती यदि नहीं किया जाता शांत

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Cheteshwar Pujara (Photo by Ryan Pierse/Getty Images)

क्रिकेट में प्रतिस्पर्धा इतनी बढ़ गई है कि खिलाड़ी अपने जज्बात पर काबू नहीं कर पाते हैं और मैदान में अनहोनी घट जाती हैं। हाल ही में हमने देखा कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाड़ी के खिलाफ पाकिस्तान के कप्तान सरफराज अहमद ने विवादस्पद टिप्पणी कर दी और जब देखा कि हालात बिगड़ सकते हैं तो माफी मांग कर किसी तरह जान बचाई, लेकिन अभी भी आईसीसी के निशाने पर है।

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घरेलू क्रिकेट में भी कुछ इस तरह का नजारा देखने को मिला। बंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में रणजी ट्रॉफी का सेमीफाइनल सौराष्ट्र और कर्नाटक के बीच खेला जा रहा है।

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मैच के दूसरे दिन एक बड़ी घटना घटी। सौराष्ट्र की पारी के दौरान चेतेश्वर पुजारा एक रन पर बैटिंग कर रहे थे। इसी बीच अभिमन्यु की गेंद खेलने में पुजारा चूके और गेंद सीधे विकेटकीपर के दस्तानों में समा गई। कर्नाटक के खिलाड़ियों का मानना था कि गेंद ने बल्ले का बाहरी किनारा लिया है और वे जश्न मनाने लगे। फिर उन्होंने देखा कि अंपायर ने अंगुली नहीं उठाई है और पुजारा भी क्रीज में खड़े हैं।

करुण नायर और मनीष पांडे को आया गुस्सा
अंपायर का यह फैसला देख कर्नाटक टीम विरोध करने लगी। अंपायर ने उन्हें मैच जारी रखने के लिए कहा। यह देख कर्नाटक के खिलाड़ी करुण नायर और मनीष पांडे गुस्सा आ गया। उन्होंने पुजारा के पास जाकर पैवेलियन जाने को कहा, लेकिन पुजारा टस से मस नहीं हुए। वे क्रीज पर खड़े होकर अगली गेंद फेंकने का इंतजार करने लगे।

अंपायर ने खिलाड़ियों को शांत करते हुए मैच जारी रखने के लिए कहा। बाद में पुजारा 45 रन बना कर आउट हुए। कितने आश्चर्य की बात है कि पुजारा जैसे खिलाड़ी को भी अब निशाना बनाया जा रहा है जबकि वे मैदान पर शांत रहने वाले खिलाड़ी हैं।

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