महिला क्रिकेट के इतिहास में एक नया अध्याय शुरू होने जा रहा है। उन्हें इतिहास में पहली बार कॉमनवेल्थ गेम्स में शामिल होने का मौका मिलने वाला है। कॉमनवेल्थ गेम्स के इतिहास में यह दूसरी बार होगा जब इस टूर्नामेंट में क्रिकेट खेला जाएगा। इससे पहले 2010 और 2014 में महिला क्रिकेट एशियन गेम्स का हिस्सा था, जिसमें पाकिस्तान ने दोनों मौकों पर स्वर्ण पदक जीता था।
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बर्मिंघम में ऐतिहासिक टूर्नामेंट 28 जुलाई से शुरू होगा और इसमें आठ टीमें शामिल होंगी, जिन्हें चार के दो ग्रुप्स में विभाजित किया गया है। दस दिवसीय लंबा टूर्नामेंट टी-20 प्रारूप में खेला जाएगा और इसमें 16 मैच होंगे, जिसकी मेजबानी एजबेस्टन करेगा। इस दौरान सभी टीमों की नजरें इस दौरान गोल्ड मेडल जीतने पर होगी।
यहां तीन टीमें हैं जो टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीत सकती हैं:
1) ऑस्ट्रेलिया
महिला क्रिकेट की सबसे मजबूत टीमों में से एक, ऑस्ट्रेलिया खेल के सभी प्रारूपों में रैंकिंग में टॉप पर है और कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने के लिए पसंदीदा टीमों में से एक है। अपनी कप्तान मेग लैनिंग के नेतृत्व में, ऑस्ट्रेलिया ने फाइनल में चिर-प्रतिद्वंद्वी इंग्लैंड को हराकर, इस साल की शुरुआत में सातवां विश्व कप खिताब अपने नाम किया था।
ऑस्ट्रेलियाई महिला टीम क्रिकेट में सबसे सफल T20I टीम भी है, टूर्नामेंट के सात संस्करणों में उनके नाम पर पांच विश्व कप खिताब हैं, जो उनकी श्रेष्ठता का प्रमाण देती है। मौजूदा चैंपियन ऑस्ट्रेलिया का टूर्नामेंट के शुरुआती मैच में सामना भारत से होगा।
ऑस्ट्रेलिया महिला टीम के पास बेथ मूनी कप्तान मेग लैनिंग के रूप में दिग्गज बल्लेबाज मौजूद हैं। यह जोड़ी ICC रैंकिंग में सर्वोच्च रैंकिंग वाले T20I बल्लेबाज हैं। पिछले कुछ समय से एशले गार्डनर ने जिस तरह से प्रदर्शन किया है वो उनके लिए काफी अच्छा साबित हुआ है। अब देखना यह दिलचस्प होगा कि इस कॉमनवेल्थ गेम्स में कैसा प्रदर्शन करते हैं।