CWC 2023: “छोटा दिमाग…”- वर्ल्ड कप के खराब आयोजन को लेकर BCCI की खिंचाई करते हुए बिगड़े मोहम्मद हफीज के बोल

वर्ल्ड कप 2023 आयोजन को लेकर फैंस और क्रिकेट पंडित BCCI को खूब खरी-खोटी सुना रहे हैं।

Advertisement

Mohammad Hafeez. (Image Source: PCB X)

पाकिस्तान के पूर्व कप्तान Mohammad Hafeez ने 5 अक्टूबर से भारत में खेले जा रहे आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 के खराब मैनेंजमेंट और प्लानिंग के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की जमकर आलोचना की है। भारत पहली बार अकेले वनडे वर्ल्ड कप की मेजबानी कर रहा है, लेकिन टूर्नामेंट से जुड़े कई मुद्दों को लेकर BCCI को आए दिन क्रिकेट बिरादरी से आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।

Advertisement
Advertisement

वर्ल्ड कप 2023 के टिकट जारी करने में देरी से लेकर महंगी टिकटें, टिकटों की कमी और फिर खाली स्टेडियम, स्टेडियम की सीटों की खराब स्थिति और टूर्नामेंट से पहले शेड्यूल में लगातार बदलाव, इन सारी चीजों के चलते क्रिकेट फैंस और क्रिकेट पंडित दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड को खूब खरी-खोटी सुना रहे हैं।

कोई भी ओछी और छोटी सोच के साथ बड़े फैसले नहीं ले सकता: Mohammad Hafeez

अब मोहम्मद हफीज भी BCCI के आलोचकों की लंबी कतार में शामिल हो गए हैं, और उन्होंने तो भारतीय बोर्ड को छोटी सोच वाला तक बता दिया है। 392 अंतरराष्ट्रीय मैचों में पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व करने वाले हफीज ने कहा कि कोई भी ओछी और छोटी सोच के साथ बड़े फैसले नहीं ले सकता।

यहां पढ़िए: PAK vs SL: जब Kusal Mendis ने जड़े दो गगनचुंबी छक्के तो Hasan Ali का रिएक्शन देखने लायक था बाॅस

मोहम्मद हफीज ने एक पाकिस्तानी टीवी चैनल पर एक क्रिकेट शो पर कहा: “मैंने वर्ल्ड कप के इन चार दिनों में आयोजकों की ओर से खराब मैनेजमेंट और खराब प्लानिंग देखी है। दूसरी बात, इन मैचों के दौरान फैंस की प्रतिक्रिया बिल्कुल अच्छी नहीं रही है, पूरे स्टेडियम खाली नजर आ रहे हैं।

“धर्मशाला की आउटफील्ड खिलाड़ियों के लिए सुरक्षित नहीं”

जब आप एक ग्लोबल टूर्नामेंट की मेजबानी करते हैं, तो आपको निर्णय लेने के लिए अपने दिमाग को ग्लोबल स्तर पर ले जाना होता है। आपको अपनी मानसिकता का विस्तार करने और विश्व स्तर पर सोचने की आवश्यकता है। छोटी मानसिकता और छोटे इरादों से आप कभी भी बड़े फैसले नहीं ले सकते।”

हफीज का मानना है कि धर्मशाला के HPCA स्टेडियम की आउटफील्ड एक बड़ा सवालिया निशान है, क्योंकि यह खिलाड़ियों के लिए सुरक्षित नहीं है। पूर्व पाकिस्तानी कप्तान ने आगे कहा, “धर्मशाला की आउटफील्ड खिलाड़ियों के लिए सुरक्षित नहीं है।”

Advertisement