डेविड वॉर्नर ( David Warner) के बैगी ग्रीन कैप (Baggy Green Cap) के गायब होने का रहस्य आखिरकार सुलझ गया है। शुरुआत में यह माना गया कि वॉर्नर का बैगी ग्रीन कैप मेलबर्न से सिडनी तक की यात्रा के दौरान खो गया था, लेकिन अब यह पता चला है कि मेलबर्न से बैग पूरे समय ऑस्ट्रेलियाई टीम के पास ही था।
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टीम के सूत्रों ने खुलासा किया कि सहयोगी स्टाफ के एक सदस्य को 2 जनवरी की रात को इंटरकॉन्टिनेंटल होटल में वॉर्नर का बैकपैक मिला था। मिसिंग कैप खोजने के दौरान पाया गया कि बैग हॉफ कॉफिन क्रिकेट बैग में पैक था, जबकि उस पर फुल कॉफिन बैग का लेबल लगा था।
वार्नर (David Warner) के बैकपैक वाले बैग उनके अन्य बैगों से अलग रख दिए गये थे और लेबल भी नहीं दिख रहा था, जिससे यह स्थिति उत्पन्न हुई। यह ड्रामा कई दिनों तक चला, जिसमें प्रधानमंत्री से लेकर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के सीईओ तक शामिल रहे। यहां तक वॉर्नर के पिता ने एक रेडियो शो पर संभावित चोरों को बदमाश भी कह दिया।
टीम मैनेजर ने की सभी बैगों की जांच की
स्थिति तब असामान्य हो गई जब टीम मैनेजर कैथरीन वाइटमैन ने 4 जनवरी को सभी 64 बैगों की सावधानीपूर्वक जांच की। इसके बाद वॉर्नर का बैकपैक उनके आखिरी टेस्ट के अंतिम दिन समय पर ढूंढ लिया गया।
इस घटना के बारे में कप्तान पैट कमिंस ने पत्रकारों से आग्रह किया कि वे घटना का विवरण वार्नर से ले। हालांकि, बैकपैक बरामद होने के बाद भी वॉर्नर पूरी तरह से अनजान बने रहे और उन्हें जानकारी के लिए सुरक्षा टीम के पास भेज दिया।
कैप मिलने के बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के सीईओ निक हॉकले ने भी कहा था कि राहत की बात है कि वॉर्नर की कैप मिल गई है। इसे ढूंढने में शामिल सभी लोगों का बहुत-बहुत धन्यवाद। हम इसकी सराहना करते हैं।