सुरेश रैना ने भारतीय टीम मैनेजमेंट से की अपील, इस शानदार ऑलराउंडर को वनडे वर्ल्ड कप से पहले प्लेइंग XI में मिले जगह

दीपक हुड्डा ने अपना आखिरी वनडे मुकाबला न्यूजीलैंड के खिलाफ नवंबर 2022 में खेला था।

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Deepak Hooda and Suresh Raina (Pic Source-Twitter)

पूर्व भारतीय बल्लेबाज सुरेश रैना का मानना है कि बेहतरीन ऑलराउंडर दीपक हुड्डा को वनडे वर्ल्ड कप 2023 से पहले कुछ मौके मिलने चाहिए। बता दें, दीपक हुड्डा ने अभी तक भारतीय टीम की ओर से काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। उन्होंने सिर्फ अपनी गेंदबाजी से ही नहीं बल्कि बल्लेबाजी से भी टीम के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

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स्पोर्ट्स तक में बातचीत के दौरान रैना ने यह बयान दिया कि हुड्डा एक ऐसे खिलाड़ी की भूमिका निभा सकते हैं जो बल्लेबाजी भी कर पाए और गेंदबाजी में भी अच्छा प्रदर्शन कर पाए। उन्होंने भारत के दिग्गज खिलाड़ी जैसे वीरेंद्र सहवाग, सचिन तेंदुलकर युवराज सिंह का उदाहरण दिया।

सुरेश रैना ने स्पोर्ट्स तक को बताया कि, ‘मुझे याद है कि कैसे वीरेंद्र सहवाग, युवराज सिंह और सचिन पाजी गेंदबाज़ी करते थे। जब भी कोई बाएं हाथ का बल्लेबाज क्रीज़ पर आता था तब माही भाई मुझे बुला लेते थे। मुझे लगता है कि दीपक हुड्डा उस फैक्टर को अच्छी तरह से निभा सकते हैं, वो एक फ्लोटर बल्लेबाज बन सकते हैं। दीपक एक शानदार फील्डर है और अच्छे स्पिनर भी। उन्होंने टी-20 प्रारूप में काफी अच्छा प्रदर्शन है और वैसा ही वो वनडे में भी करने को देखेंगे।’

बता दें, दीपक हुड्डा ने अपना आखिरी वनडे मुकाबला न्यूजीलैंड के खिलाफ नवंबर 2022 में खेला था। वनडे वर्ल्ड कप 2023 इसी साल अक्टूबर-नवंबर महीनें में भारत में खेला जाएगा।

जो खिलाड़ी आपके लिए 4 से 5 ओवर फेंक सकता है वो आपकी टीम को अच्छी स्थिरता देगा: सुरेश रैना

सुरेश रैना ने आगे कहा कि, ‘हमारे पास अक्षर पटेल और रवींद्र जडेजा है जो स्पिनिंग ट्रैक में काफी अच्छी गेंदबाजी कर सकते हैं। वनडे वर्ल्ड कप में ओस जरूर देखने को मिलेगी। अक्षर, जडेजा और हुड्डा तीनों ही काफी महत्वपूर्ण होंगे और हार्दिक पांड्या भी जो अपनी गति से कई बल्लेबाजों को चकमा दे सकते हैं।

हम सबने देखा था कि सहवाग और युवराज ने गेंदबाजी से कितना अच्छा प्रदर्शन किया था। युवराज हमारे एक्स-फैक्टर थे, वो सच में काफी अच्छी गेंदबाजी करते थे और उनकी बल्लेबाजी में भी आत्मविश्वास दिखता था। कप्तान के लिए भी आसान होता है कि आप एक खिलाड़ी से 4 से 5 ओवर करवा सकते हैं, इससे आपकी टीम को भी एक अच्छी स्थिरता मिलती है।’

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