क्या धोनी हैं 2019 के लिए भारत के सबसे उपयोगी हथियार
अद्यतन - सितम्बर 17, 2017 5:34 अपराह्न
होशियार हो जाइये, अब धोनी का नया रूप सामने आयेगा| वो धोनी जो टीम को आगे से राह दिखायेगा| वो धोनी जो कप्तान न होते हुए भी कप्तानी करेगा| ये सब होगा 2019 विश्व कप को ध्यान में रखते हुए| जानना है कैसे तो बस लेख पढ़ते रहिये|
समाधान मैन ऑफ़ इंडियन क्रिकेट
जब भी विराट दुविधा में होते हैं, जब भी कोच और चयनकर्ता असमंजस में होते हैं एक नाम सामने आता है महेंद्र सिंह धोनी| न सिर्फ उनके पास लम्बा अनुभव है बल्कि प्रेसेंस ऑफ माइंड भी कमाल का है| अपने कप्तानी के दिनों में कितने नए चेहरों को मौके देकर भारतीय क्रिकेट का चमकता सितारा बना दिया माही भाई ने| और जब विराट इसी डगर पे चलते हैं तो धोनी की सलाह बड़ी काम अति है जिनकी पारखी नज़र से खिलाड़ी का माद्दा जांचने में मदद मिलती है|
बिजली सी रफ़्तार
जिस खिलाड़ी के पास क्रिकेट में सबसे तेज़ स्टंपिंग का रिकॉर्ड हो उसके विषय में बाकी क्या कहा जाये| चाहे रिफ्लेक्स कैचेस हों या रन आउट के अवसर, मजाल है धोनी की नाक के नीचे से कोई बाख के निकल जाये| याद है न 2016 टी-20 विश्व कप में बांग्लादेश के खिलाफ मैच के अंतिम ओवर में एमएस की वो यादगार दौड़| इसलिए भी धोनी श्रेष्ठ कतार में शामिल होते हैं की स्पिनर्स को वो हाथ से ही पिक कर लेते हैं|
रोल में बदलाव
जाहिर है अब धोनी पहले वाले पिंचहिटर नहीं रहे तो उनका बल्लेबाज़ी क्रम में ऊपर आना बनता है| जाधव और पाण्डेय जैसे खिलाड़ियों को अब आगे आकर फिनिशेर की भूमिका निभानी और इसमें वो धोनी से काफी टिप्स ले सकते हैं| इसलिए ये ज़रूरी है की 2019 के सफ़र में ये सेनापति अपने कौशल और कला से पूरी टीम को गाइड करता रहे और टीम का आत्मविश्वास ऊपर रखे|
कोहली का भरोसा
कप्तान को भी धोनी भाई से काफी उम्मीदें हैं जिसे वो मीडिया में कई बार स्वीकार भी कर चुके हैं| इस वर्ष धोनी का औसत 55 से भी अधिक है| 300 से ज्यादा मैच, करीब 10 हज़ार रन और फिटनेस में भी सबसे अव्वल, फिर भी आलोचनाओं का दौर थमता ही नहीं| क्रिकेट के उसेन बोल्ट कहे जाने वाले धोनी टीम पर बोझ बनने वालों में से हैं ही नहीं| जिस दिन उन्हें लगेगा की उनसे बेहतर विकल्प देश के क्रिकेट गलियारों में मौजूद है वो बिना कहे मैदान छोड़ देंगे| लेकिन लगता नहीं विराट उन्हें ऐसा जल्द करने देंगे| इंतज़ार कीजिये की कब आप धोनी की वो धुआंधार पारी दुबारा देखेंगे और उनसे सन्यास का सवाल रोज़ रोज़ पूछना बंद करेंगे|