अम्बाती रायडू के शानदार प्रदर्शन का श्रेय आकाश चोपड़ा ने इस एक खिलाड़ी को दे दिया - क्रिकट्रैकर हिंदी

अम्बाती रायडू के शानदार प्रदर्शन का श्रेय आकाश चोपड़ा ने इस एक खिलाड़ी को दे दिया

गुजरात टाइटंस के खिलाफ फाइनल में अम्बाती रायडू ने 16 रनों की प्रभावशाली पारी खेली थी।

Dhoni, Aakash Chopra And Ambati Rayudu (Photo Source: Twitter)
Dhoni, Aakash Chopra And Ambati Rayudu (Photo Source: Twitter)

आईपीएल 2023 में चेन्नई सुपर किंग्स का प्रदर्शन कमाल का रहा। चेन्नई की टीम अपने बेहतरीन प्रदर्शन से पांचवीं बार आईपीएल ट्रॉफी हासिल करने में सफल रही। वहीं CSK के इस जीत के पीछे महेंद्र सिंह धोनी की बेहतरीन कप्तानी रही। बता दें इस टीम के कई खिलाड़ियों ने फाइनल मैच में छोटी लेकिन महत्वपूर्ण पारियां खेली। जिसके बदलौत ही CSK की टीम इस मुकाबले को जीतने में सफल रही।

बता दें अंबाती रायडू ने भी फाइनल मुकाबले में 19 रनों की बहुत ही अहम पारी खेली, जिसकी सराहना टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी आकाश चोपड़ा ने की। अपने यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए आकाश चोपड़ा ने अंबाती रायडू और धोनी की जमकर तारीफ की। उनका कहना था कि इस साल धोनी ने अंबाती रायडू को काफी अच्छे से इस्तेमाल किया है। साथ ही उनका मानना था कि, अंबाती रायडू किसी भी परिस्थिति में खेल सकते हैं और वे रन भी बना सकते हैं।

धोनी ने इस साल उनका बहुत अच्छे से इस्तेमाल किया- आकाश चोपड़ा 

दरअसल आकाश चोपड़ा ने कहा कि, बहुत कम लोग के हाथ में फाइनल मैच खेलने के बाद ट्रॉफी होती है। धोनी ने इस साल उनका बहुत अच्छे से इस्तेमाल किया, अगर वे दूसरी पारी में बल्लेबाजी कर रहे होते तो वह इम्पैक्ट प्लेयर के तौर पर होते और अगर वे पहले बल्लेबाजी करते हैं तो वह उन्हें फील्डिंग के लिए नहीं चुनते। पिछले मैच में भी उन्होंने खेला था और CSK जो जीती तो उनका रोल बहुत महत्वपूर्ण था।

उन्होंने अपनी बात को जारी रखते हुए आगे कहा कि, वकाई उन्होंने तीन गेंदों में दो छक्के और एक चौके की मदद से 16 रन बनाएं। टीम को आखिरी दो गेंदों में 10 रन बनाने थे, ऐसे में अगर उन्होंने तीन गेंदों में सिर्फ 10 रन बनाए होते तो फिर CSK को आखिरी दो गेंदों में 16 रन बनाने पड़ते, जो नहीं बन सकते थे।

आकाश चोपड़ा ने आगे कहा कि, उन्होंने एक या दो नहीं बल्कि 6 ट्रॉफियां जीती हैं। तीन मुंबई के लिए और तीन चेन्नई के लिए। उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वह जिस भी परिस्थिति में बल्लेबाजी के लिए जाते थे, वे रन बनाते थे। उन्होंने स्पिन के खिलाफ भी बहुत अच्छा खेला है और इसमें कोई शक नहीं है कि वे तेज गेंदबाजी के खिलाफ भी बहुत प्रभावी रहे हैं। उन्हें बस इतना पता था कि कैसे रन बनाना है, बड़े शॉट्स कब खेलने हैं, कब चांस लेना है और कब नहीं।

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