हाल ही में क्रिकेट की दुनिया में ‘अजीम रफीक का नस्लवाद मुद्दा’ काफी चर्चा में रहा था। रफीक ने कहा था कि यॉर्कशायर के साथ अपने कार्यकाल के दौरान उनके साथ नस्लीय दुर्व्यवहार किया गया था। रफीक ने इंग्लैंड के कई क्रिकेटरों का भी नाम लिया था जिन्होंने उनके साथ नस्लीय दुर्व्यवहार किया था।
Advertisement
Advertisement
अब इस मुद्दे ने यूके के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का ध्यान भी खींचा है। जॉनसन ने ट्विटर पर नस्लवाद के मुद्दे पर बोलने के लिए अजीम रफीक की सराहना की थी। जॉनसन ने यह भी कहा कि कहीं भी नस्लवाद का कोई बहाना नहीं है और उन्होंने इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड के साथ-साथ यॉर्कशायर क्रिकेट क्लब से इस मुद्दे पर कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
बोरिस जॉनसन ने ट्वीट करते हुए कहा कि, “अजीम रफीक की बहादुरी भरी गवाही। मैं उसके बोलने के लिए सराहना करता हूं। समाज में कहीं भी नस्लवाद का कोई बहाना नहीं है और हम उम्मीद करते हैं कि इंग्लैंड क्रिकेट और यॉर्कशायर इन आरोपों के जवाब में तत्काल कार्रवाई करेगी।”
Brave testimony from Azeem Rafiq. I commend him for speaking out.
नस्लवाद के मुद्दे पर टॉम हैरिसन ने भी कही अपनी बात
इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) के मुख्य कार्यकारी टॉम हैरिसन ने कहा कि ईसीबी नस्लवाद के मुद्दे के महत्व से अवगत है। हैरिसन ने यहां तक कहा कि ECB इस मामले को लेकर भी आपात स्थिति में पहुंच रहा है।स्काई स्पोर्ट्स के हवाले से हैरिसन ने कहा कि, “हम इस एजेंडे के महत्व से अवगत हैं, न केवल नस्लवाद, बल्कि विविधता और समानता। हमने जिस चीज से संघर्ष किया है, वह हमारे प्रथम श्रेणी के खेल को जगा रही है। अगर हम किसी आपात स्थिति में नहीं हैं, तो हम उसकी तरफ अग्रसर हो रहे हैं।”
हैरिसन ने यह भी कहा कि हमें ड्रेसिंग रूम की संस्कृति पर ध्यान देने की जरूरत है और इसे पूरा करने के लिए निश्चित रूप से ECB को काफी प्रयास करने होंगे। उन्होंने आगे कहा कि, “हमें पूरे देश में ड्रेसिंग रूम की संस्कृति को देखना शुरू करना होगा। ECB की ओर से इस पर बहुत बड़ा प्रयास किया गया है, लेकिन इसमें समय लगता है।”