इंग्लैंड के कप्तान इयोन मोर्गन ने अपने क्रिकेट बोर्ड (ECB) द्वारा यॉर्कशायर काउंटी को इंटरनेशनल मैचों की मेजबानी से बैन करने के फैसले को अपना समर्थन दिया है। इस फैसले पर अपना समर्थन देते हुए कहा कि इस तरह के संवेदनशील मामलों से सख्ती से निपटना चाहिए।
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यॉर्कशायर क्लब के पूर्व खिलाड़ी अजीम रफीक द्वारा लगाए गए नस्लीय दुर्व्यवहार के आरोपों पर कार्रवाई करने में सफल नहीं रहा था। मोर्गन का मानना है कि नस्लवाद के खिलाफ संदेश फैलाना बेहद जरूरी है। उन्होंने साथ में ये भी कहा कि जिस तरह से ECB ने रफीक के मामले को संभाला है, उसी से पता चलता है कि यह कितना गंभीर मुद्दा है।
ईएसपीएन क्रिकइंफो से मोर्गन ने कहा, “एक टीम के रूप में हम इतना ही कर सकते हैं। मुझे लगता है कि टीम के साथ काफी बातचीत हुई है, महत्वपूर्ण बदलाव का हिस्सा होने के नाते जो हमें लगता है कि कुछ ऐसा होगा जो हमारे द्वारा जीती गई किसी भी ट्रॉफी से बड़ा होगा।”
नस्लवाद जैसे मुद्दों से निपटने के लिए हमारा बोर्ड सख्त कदम उठा रहा है: मोर्गन
उन्होंने आगे कहा कि, हम इस समय कोशिश करने और हासिल करने के लिए जो करते हैं वह सही नहीं है। लेकिन हम बदलाव की दिशा में अच्छा आधार बना रहे हैं, जिसे हम लागू करना चाहते हैं। मुझे लगता है कि इस तरह के गंभीर मामले से सख्ती से निपटने की जरूरत है। एक टीम के रूप में हम सब यही देखना चाहते है।
उन्होंने कहा, “जाहिर है कि जांच जारी है। इसलिए केवल समय ही बताएगा कि क्या होता है, लेकिन मुझे लगता है कि बोर्ड के कार्यों ने यह दिखाया है कि ECB इसे कितनी गंभीरता से ले रहा है और इसे कैसे संभाला जा रहा है। हां, हम इसे एक सही तरीके से देखना चाहते है लेकिन अगर कोई गंभीर मुद्दा है, तो हम चाहते हैं कि इससे भी निपटा जाए।