नाथन एलिस ने आखिरी गेंद एक स्लोअर डिलीवरी फेकी, जिसे बल्लेबाज छू तक नहीं पाया और उस गेंद पर बाई के जरिए एक रन बना। दिलचस्प बात यह है कि लंकाशायर को टूर्नामेंट जीतने के लिए केवल दो रनों की जरूरत थी। क्योंकि अगर मुकाबला टाई भी होता तो उनकी टीम आसानी से इस मैच को जीत जाती।
दरअसल टी-20 ब्लास्ट में, नियमों के अनुसार, यदि कोई मैच टाई पर समाप्त होता है, तो एक विजेता का निर्धारण विकेटों की संख्या से होता है, मतलब किस टीम के कितने विकेट्स गिरे हैं वो देखा जाता है। यदि वहां भी चीजें बराबर होती हैं, तो पावरप्ले में जो टीम अधिक रन बनाती है उसे विजेता घोषित कर दिया जाता है। लंकाशायर ने हैम्पशायर के 48 रन की तुलना में पावरप्ले में 60 रन बनाए थे।