2019 का वर्ल्डकप इंग्लैंड की सरज़मी पर होगा। 2019 का वर्ल्डकप कई मायनों में ख़ास होगा। सबसे बड़ी वजह है कि इस वर्ल्डकप के बाद कई धाकड़ खिलाड़ी अपने संन्यास की घोषणा कर सकते हैं। ऐसा इसलिए कि इन खिलाड़ियों की उम्र काफी हो गई है। ऐसे में 2023 का वर्ल्डकप इनको खेलते हुए देखना नामुमकिन है।
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वर्ल्डकप के बाद ये खिलाड़ी कभी भी अपने संन्यास की घोषणा कर देंगे। आज हम आपको ऐसे ही पांच धाकड़ खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे। जिनके संन्यास के बाद इनकी जगह भर पाना हर नए खिलाड़ियों के लिए चुनौती होगी।
1- क्रिस गेल
वेस्टइंडीज़ के इस खिलाड़ी की उम्र 39 साल हो चुकी है। गेल की बल्लेबाज़ी का मज़ा हर क्रिकेट प्रशंसक उठाना चाहता है।
सलामी बल्लेबाज़ के तौर पर इस बाएं हाथ के बल्लेबाज़ ने इंडीज़ टीम के लिए कई मैच जिताऊ पारियां खेलीं। जिसके बाद ये खिलाड़ी उम्र को देखते हुए साल 2019 के बाद वर्ल्डकप टूर्नामेंट खेलकर संन्यास की घोषणा करना चाहेगा।
2- डेल स्टेन
दक्षिण अफ्रीका का ये तेज़ गेंदबाज़ अपनी तेज़ गेंदबाज़ी की रफ्तार के चलते स्टेन गन के नाम से मशहूर है।
35 साल का ये क्रिकेट लंबे समय से टीम से बाहर था। मौजूदा पाकिस्तान के खिलाफ सीरीज़ में स्टेन ने वापसी की है। जिसके बाद ये खिलाड़ी वर्ल्डकप की तैयारियों में जुटा हुआ है।
स्टेन जरुर चाहेंगी कि वह अपने आखिरी वर्ल्डकप में टीम को चैंपियन बनाएं।
3- महेंद्र सिंह धोनी
महेंद्र सिंह धोनी के बारे में शब्द लिखकर बता पाना काफी मुश्किल है। इस खिलाड़ी ने भारतीय क्रिकेट को जो दिया है उसका बदला कोई नहीं चुका सकता।
साल 2011 के टूर्नामेंट में धोनी ने टीम को चैंपियन बनाया, टी20 वर्ल्डकप में चैंपियन बनाया और अपने कप्तान रहते हुए कई बड़ी उपलब्धियां हासिल कीं। धोनी की भरपाई करना शायद टीम इंडिया के लिए काफी मुश्किल होगा।
धोनी एक ही समय में कप्तान, फिनिशर और लीडर की भूमिका निभाने वाले टीम इंडिया के एकमात्र खिलाड़ी हैं। उनके जाने के बाद हर प्रशंसक उनके संन्यास के बाद रोएगा।
धोनी की उम्र 37 साल हो चुकी है। कप्तान कोहली एंड टीम जरूर 2019 का वर्ल्डकप जीतकर इस खिलाड़ी को एक यादगार विदाई देना चाहेगी।
4- शोएब मलिक
36 साल के शोएब मलिक का यकीनन ये आखिरी वर्ल्डकप होगा।
मलिक ने पाकिस्तान की टीम की बागडोर संभालते हुए कई मैचों में टीमों को जिताया है। इसके साथ ही ये बल्लेबाज़ पाकिस्तान के मध्यक्रम की सबसे मज़बूत कड़ी है।
शोएब मलिक की बल्लेबाज़ी पर पाकिस्तान की टमी काफी निर्भर रहती है।
5- लसिथ मलिंगा
श्रीलंका का ये गेंदबाज़ अपनी गेंदबाज़ी से ज़्यादा अपने एक्शन के कारण सुर्खियों में रहा।
मलिंगा 35 के हो चुके हैं। तेज़ गेंदबाज़ के तौर पर इस उम्र में गेंदबाज़ी करना सबसे बड़ी चुनौती होता है।
मलिंगा को डेथ ओवर्स का स्पेशलिस्ट गेंदबाज़ कहा जाता है। यही कारण है कि ये गेंदबाज़ आईपीएल का भी सबसे सफल गेंदबाज़ है। मलिंगा अपने लास्ट वर्ल्डकप में जरूर टीम को जिताना चाहेंगे।