अपनी शानदार बल्लेबाजी से विपक्षी टीम के गेंदबाजों को अक्सर परेशान करने वाले सचिन तेंदुलकर वनडे क्रिकेट के मौजूदा फॉर्मेट से काफी नाखुश हैं। उनका कहना है कि वनडे क्रिकेट अब बहुत बोरिंग होता जा रहा है। दरअसल उनकी मानें, तो दो नई गेदों और फील्डिंग के नए नियमों ने वनडे फॉर्मेट को गेंदबाजों के लिए काफी मुश्किल बना दिया है।
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बता दें इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2023 में बातचीत के दौरान सचिन तेंदुलकर ने वनडे क्रिकेट के मौजूदा फॉर्मेट पर बात करते हुए अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि, इसमें कोई दो राय नहीं है कि यह अब बोरिंग होता जा रहा है। दरअसल इसके दो हिस्से हैं, पहला इसका फॉर्मेट और दूसरा यह गलत तरीके से खेला जा रहा है।
वनडे क्रिकेट बोरिंग हो रहा है, इसे फिर से दिलचस्प बनाना होगा- सचिन तेंदुलकर
सचिन ने कहा कि, अगर मैं सबसे पहले मौजूदा फॉर्मेट की बात करूं, तो इसमें दो नई गेंदों का इस्तेमाल लंबे समय से हो रहा है। इस वजह से रिवर्स स्विंग गायब हो गई है। ऐसे में भले ही आप इनिंग के 40वें ओवर में हो, लेकिन गेंद तो वाकई में 20 ओवर पुरानी ही है। मेरा मानना है कि गेंद 30वें ओवर के बाद ही रिवर्स स्विंग होता है, ऐसे में इस बात को ध्यान में रखने की जरूरत है।
उन्होंने आगे कहा कि, जब आप 50 ओवर के मैच में ही दो गेंदों का इस्तेमाल करते हैं, तब आप रिवर्स स्विंग को खत्म कर देते हैं। साथ ही अब आप 5 फील्डर को 30 गज के घेरे में रख रहे हो, तो स्पिनर्स को तो दिक्कत होगी ही। ऐसे में वनडे क्रिकेट बोरिंग हो रहा है, जिसे जिंदा करना होगा।
वहीं वनडे मैच को फिर से दिलचस्प बनाने को लेकर सचिन तेंदुलकर ने कहा कि हमें 25 ओवर वाला क्रिकेट खेलना चाहिए। इसे चार हिस्से में बांट दिया जाना चाहिए, टेस्ट क्रिकेट की तरह। हालांकि टेस्ट क्रिकेट में आपके पास 20 विकेट होती हैं लेकिन इसमें सिर्फ 10 विकेट होनी चाहिए। ऐसे में अगर एक टीम 25 ओवर में ही ऑलआउट हो गई, तो वह अगले 25 ओवर के लिए गेम से बाहर हो जाएगी मतलब यह कि वह टीम दोबारा आकर बैटिंग नहीं कर सकती।