इस पूर्व दिग्गज खिलाड़ी ने बताया आखिर क्यों ख़ामोश है सूर्यकुमार यादव और इशान किशन का बल्ला?
दोनों ही बल्लेबाज आईपीएल के इस सीजन में बल्ले से कुछ खास कमाल नहीं कर पाए हैं।
अद्यतन - अक्टूबर 5, 2021 10:38 अपराह्न
टी-20 वर्ल्ड कप अब कुछ ही दिनों में शुरू होने वाला है, इस बड़े टूर्नामेंट को लेकर सभी टीम अभी से ही अपने हर विभाग को मजबूत करने की कोशिश कर रही है। टीम इंडिया में भी कुछ खिलाड़ियों को उनके हालिया प्रदर्शन को देखकर वर्ल्ड कप की टीम ने एंट्री मिली थी लेकिन उन खिलाड़ियों ने आईपीएल के दूसरे फेज में कुछ खास प्रदर्शन नहीं किया है जिससे आने वाले वक्त में टीम इंडिया के लिए टेंशन बढ़ सकती है।
इसी क्रम में पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने मुंबई इंडियंस के बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव और इशान किशन की फॉर्म को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की है क्योंकि दोनों ही टीम इंडिया की टी-20 वर्ल्ड कप टीम का हिस्सा हैं। यूएई में खेले जा रहे दूसरे फेज में उन्होंने अब तक कुछ खास प्रदर्शन नहीं किया है। इसको लेकर गावस्कर का मानना है कि टीम इंडिया में जगह मिलने के बाद दोनों ही खिलाड़ी रिलैक्स हो गए हैं और गलत शॉट खेल कर आउट हो रहे हैं।
सूर्या और इशान किशन को लेकर गावस्कर ने क्या कहा?
स्टार स्पोर्ट्स के शो क्रिकेट कनेक्टेड में सुनील गावस्कर ने कहा कि “मुझे लगता है कि टीम इंडिया में जगह मिलने के बाद से दोनों खिलाड़ी रिलैक्स मोड में चले गए हैं। हो सकता है कि ऐसी कोई बात ही ना हो, लेकिन वो दोनों कुछ-कुछ शॉट्स जो खेल रहे हैं, उससे यही पता चलता है कि वो दिखाना चाहते हैं कि वो टीम इंडिया के खिलाड़ी हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि, कभी-कभी ऐसा होता है कि आपको खुद को समय देकर शॉट चयन को सही करना होता है और दोनों बल्लेबाजों से इसी जगह पर चूक हो रही है। उन दोनों का शॉट खेलने का तरीका सही नहीं हो रहा है जिस वजह से वो सस्ते में आउट हो रहे हैं।
हार्दिक पांड्या का गेंदबाजी ना करना टीम के लिए सबसे बड़ा झटका: सुनील गावस्कर
अपनी बातचीत में आगे उन्होंने टीम इंडिया के ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या का भी जिक्र किया। गावस्कर ने कहा कि, “हार्दिक का गेंदबाजी ना कर पाना बहुत बड़ा नुकसान है, ना सिर्फ मुंबई इंडियंस के लिए बल्कि टीम इंडिया के लिए भी। वो टीम में ऑलराउंडर के तौर पर शामिल किए गए थे। यदि आप टीम में नंबर 6-7 पर बल्लेबाजी कर रहे हैं और गेंदबाजी नहीं कर पा रहे हैं, इससे कप्तान के लिए टीम में संतुलन लाना काफी मुश्किल हो जाता है।”