पूर्व रणजी क्रिकेटर को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम पर 3 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में किया गया गिरफ्तार
पूर्व क्रिकेटर नागराजू बुदुमुरु ने बताया उन्होंने लोगों से ठगी बदला लेने के लिए की!
अद्यतन - मार्च 15, 2023 11:08 पूर्वाह्न

मुंबई साइबर पुलिस ने 13 मार्च को पूर्व रणजी ट्रॉफी खिलाड़ी नागराजू बुदुमुरु को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी के नाम पर 60 कंपनियों से 3 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
आपको बता दें, नागराजू बुदुमुरु एमबीए ग्रेजुएट हैं और उन्होंने 2014 और 2016 के बीच रणजी ट्रॉफी मैचों में आंध्र प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया था। इससे पहले बुदुमुरु को साल 2021 में मंत्री केटी रामाराव के निजी सचिव के रूप में काम करने और नौ कॉर्पोरेट फर्मों से 40 लाख रुपये की ठगी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, बुदुमुरु साल 2018 से लेकर अब तक आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में 60 से अधिक कॉर्पोरेट कंपनियों को 3 करोड़ रुपये का चूना चुके हैं। बुदुमुरु ने कुछ समय पहले मुंबई की एक इलेक्ट्रॉनिक शॉप चेन के प्रबंध निदेशक को फोन किया और खुद को आंध्र के मुख्यमंत्री के निजी सहायक के रूप में बताकर आंध्र प्रदेश के उभरते हुए क्रिकेटर रिकी भुई को स्पांसर करने के लिए 12 लाख रुपये मांगे थे।
शानदार लाइफस्टाइल के चक्कर में लोगों से की ठगी
यहां तक कि पूर्व क्रिकेटर ने अपनी पहचान के सबूत के तौर पर कुछ फर्जी दस्तावेज भी बनाए और कंपनी के साथ धोखाधड़ी की। बुदुमुरु को पैसे ट्रांसफर करने के बाद कंपनी को आंध्र प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन से कोई जवाब नहीं मिला, जिसके बाद उन्होंने क्रिकेटर की शिकायत दर्ज की थी। बुदुमुरु ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। पूर्व क्रिकेटर ने यह सब बदला लेने के लिए किया था, क्योंकि आंध्र प्रदेश के एक राजनीतिक दल के अध्यक्ष ने उनसे 15 लाख रुपये की ठगी की थी, जिससे उनका क्रिकेट करियर बर्बाद हो गया।
इस बीच, मुंबई साइबर क्राइम के डीसीपी डॉ. बालसिंग राजपूत ने हिंदुस्तान टाइम्स के हवाले से कहा: ‘शिकायत मिलने के बाद, हमारी टीम ने उस पैसे को ट्रैक करना शुरू किया जो स्पांसर के रूप में दिया जाना था। मनी ट्रेल का इशारा बुदुमुरु की ओर था। हमने उसे इस सप्ताह की शुरुआत में आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले के यवरीपेट्टा में उसके जन्मस्थान से गिरफ्तार किया।’
साइबर पुलिस के एक अधिकारी ने रिपोर्ट में कहा: ‘जब उन्होंने साल 2018 के बाद मैदान पर अच्छा प्रदर्शन करना बंद कर दिया, तो उन्हें उनकी शानदार लाइफस्टाइल की कमी खेलने लगी थी, जिसकी उन्हें आदत हो गई थी। लोगों को तरह-तरह के झांसे में लेने के पीछे उसका मुख्य मकसद यही था।’