इस पूर्व दिग्गज खिलाड़ी ने SRH के अब्दुल समद को बल्लेबाजी क्रम में ऊपर भेजने की सिफारिश की

अब्दुल समद ने इस आईपीएल सीजन में कुछ मौकों पर अच्छा प्रदर्शन किया है।

Advertisement

Abdul Samad of SRH. (Photo Source: Twitter)

IPL का यह सीजन सनराइजर्स हैदराबाद के लिए अबतक किसी बुरे सपने से कम नहीं रहा है। इस सीजन अब तक टीम ने कुल 12 मुकाबले खेले हैं जिसमें से उन्हें 10 मैचों में हार का सामना करना पड़ा और इसी वजह से टीम अंक तालिका में आखिरी पायदान पर मौजूद है। इस सीजन टीम की बल्लेबाजी उनकी सबसे बड़ी कमजोरी रही है। वहीं, पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर ने टीम के युवा बल्लेबाज अब्दुल समद के बल्लेबाजी क्रम को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी।

Advertisement
Advertisement

गंभीर ने अब्दुल समद और राशिद खान को लेकर क्या कहा ?

ईएसपीएन क्रिकइंफो से बातचीत करते हुए गौतम गंभीर ने कहा कि, निश्चित तौर पर उन्हें नंबर 4 पर खेलना चाहिए। SRH मैनेजमेंट को उन्हें बहुत पहले नंबर 4 पर प्रमोट कर देना चाहिए था। हैदराबाद टीम की संतुलन को लेकर गंभीर ने कहा कि “मोहम्मद नबी को टीम में तब तक शामिल करने की जरूरत नहीं है, जब तक राशिद खान किसी कारण से टीम से बाहर नहीं होते हैं।”

अब्दुल समद आईपीएल फेज-2 में कुछ खास कमाल नहीं कर पाए हैं। दूसरे फेज के पांच मुकाबलों में उनके बल्ले से मात्र 82 रन निकले हैं। लेकिन कई मौकों पर उनकी छोटी-छोटी पारीयों ने टीम के लिए संजीवनी का काम किया। KKR के खिलाफ मैच में भी उनकी 18 गेंदों में 25 रन की पारी के बदौलत टीम 115 रन तक पहुंच पाई थी।

मुंबई के खिलाफ राजस्थान की रणनीति पर गंभीर का बयान

गौतम गंभीर ने बातचीत में बताया कि उन्हें यह देखकर आश्चर्य हुआ कि राजस्थान रॉयल्स ने विनिंग कॉम्बिनेशन में बदलाव करते हुए मयंक मारकंडे और आकाश सिंह को टीम से बाहर कर दिया, जबकि श्रेयस गोपाल और कुलदीप यादव को शामिल किया। उन्होंने कहा, “CSK के खिलाफ जीत के बावजूद उन्होंने दो बदलाव किए जो मुझे सबसे ज्यादा आश्चर्यचकित लगा। मुझे अब तक इसके पीछे का कारण समझ नहीं आया है।”

RR के खिलाफ चार विकेट लेने वाले मुंबई इंडियंस के तेज गेंदबाज नाथन कूल्टर-नाइल की तारीफ करते हुए गौतम गंभीर ने कहा, “वो अधिक समय चोटिल रहते हैं। ऐसा नहीं है कि उन्हें टीम में जगह नहीं मिलती है, कभी-कभी वो चोटिल होने की वजह से भी टीम से बाहर रहते हैं। इस मैच में उन्होंने सिंपल गेंदबाजी करने की कोशिश की, विकेट टू विकेट गेंदबाजी की और उन्हें उसी का परिणाम मिला।”

Advertisement