गौतम गंभीर ने सीआरपीएफ जवानों का किया समर्थन जम्मू और कश्मीर में हुए हमले के बाद

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Gautam Gambhir. (Photo by Gurinder Osan/Hindustan Times via Getty Images)

जम्मू और कश्मीर में आज सीआरपीएफ के खिलाफ नोहाटा की घटना पर उनके ही खिलाफ 2 एफआईआर दर्ज करवायीं गयीं है. सीआरपीएफ के खिलाफ ये शिकायत शुक्रवार को जब पत्थर बाजों ने सीआरपीएफ की एक गाडी पर हमला करके उसे हथियाने की कोशिश करी थी, उसके बाद श्रीनगर में दर्ज हुयीं है. जिसके बाद जब इसकी वीडियों फूटेज सभी ने रिपब्लिक टीवी पर देखी और उसमें सीआरपीएफ की गाडी पर लोग समूह में इकठ्ठा होकर हमला कर रहे है.

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इस फूटेज में कम से कम से कम 100 से अधिक पत्थर बाजों को सीआरपीएफ की बटालियन पर हमला करते हुए देखा गया. ये हमला उस समय किया गया जब भारतीय सेना रमजान के महीने में सीजफायर का मुआयना कर रही थी. इस वीडियों पर दिल्ली डेयरडेविल्स टीम के पूर्व कप्तान और बाएं हाथ के शानदार बल्लेबाज़ गौतम गंभीर ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.

उन्होंने सीआरपीएफ जवानों का समर्थन करते हुए नेताओं को इस बात का चैलेंज दिया है कि वह उन जगहों पर कश्मीर की रहें जाकर बिना किसी सुरक्षा के. 36 साल के गंभीर बे भारत सरकार पर भी हमला बोलते हुए लिखा कि वह सिर्फ बात करने की कोशिश करती है ना कि कोई एक्शन लेने पर.

गंभीर ने कहा “मेरे पास एक उपाय है. सभी नेताओं के लिए ये जरुरी कर देना चाहिए कि उन्हें एक हफ्ते कश्मीर में हिंसाग्रस्त जगह पर बिना परिवार और सुरक्षा के साथ गुजारना पड़ेगा और उसी के बाद उन्हें 2019 में होने वाले चुनाव में उतरने का मौका मिल सकता है क्योंकि कोई भी दूसरा रास्ता नहीं है उन्हें वहां की स्थिति से पूरी तरह अवगत कराने का.”

“मैं काफी आहत हूँ कि अभी भी भारत इन पत्थरबाजों से बात करने के बारे में विचार कर रही है! आगे बढिए और हालात को सही तरह से देखें!हमे अपनी राजनीतिक ताकत दिखाएँ और मेरे जवान भाइयों को कुछ करने का मौका दें और उसके बाद वह आपको नतीजा जरुर देंगे.”

यहाँ पर देखिये गौतम गंभीर के दोनों ट्विट :

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