पुजारा और रहाणे की तरह अब विहारी को भी 2,3 सीरीज में लगातार मिलना चाहिए मौका:- गंभीर
दक्षिण अफ्रीका की पूरी टेस्ट सीरीज में रहाणे और पुजारा का बल्ला रहा फ्लॉप।
अद्यतन - जनवरी 13, 2022 8:49 अपराह्न
भारतीय टीम के मध्यक्रम की लंबे समय तक रीढ़ रहे चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे एक बार फिर रन बनाने में नाकाम रहे। केपटाउन टेस्ट की दूसरी पारी में तीसरे दिन जब टीम इंडिया को रनों की सबसे ज्यादा दरकार थी तब पुजारा और रहाणे फिर बल्ले से फ्लॉप रहे और सस्ते में पवेलियन लौट गए।
पुजारा केवल 9 और रहाणे महज 1 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। पुजारा का शानदार कैच लेग स्लिप पर कीगन पीटरसन ने पकड़ा। वहीं कगिसो रबाडा की शानदार गेंद रहाणे के ग्लव्स को छूते हुए पहली स्लिप में खड़े डीन एल्गर के हाथों में पहुंच गई और तीसरे अंपायर के फैसला सुनाने के बाद रहाणे को पवेलियन वापस लौटना पड़ा।
युवाओं को मिलना चाहिए अब लगातार मौका- गौतम गंभीर
दोनों बल्लेबाजों का खराब फॉर्म देखने के बाद टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने बड़ा बयान दिया है। उनका मानना है कि जैसे रहाणे और पुजारा को टीम से सपोर्ट मिलता रहा वैसे ही अब युवा खिलाडियों को मौका देना चाहिए। उन्होंने इस दौरान हनुमा विहारी और शुभमन गिल के नाम पर काफी जोर दिया।
स्टार स्पोर्ट्स से बातचीत के दौरान गौतम गंभीर ने कहा कि, “हनुमा विहारी को अब मौका देने का वक्त आ गया है। उन्हें अगले 2-3 सीरीज में लगातार मौका मिलना चाहिए। उन्हें इस दौरान उतना समर्थन दिया जाना चाहिए जितना अजिंक्य रहाणे को दिया गया।” वहीं गंभीर ने आगे कहा, तीसरे नंबर पर अब टीम इंडिया को शुभमन गिल को आजमाना चाहिए। वो ओपनिंग भी करते हैं इसलिए चेतेश्वर पुजारा की जगह वो बल्लेबाजी कर सकते हैं।
क्या कहते हैं पुजारा और रहाणे के आंकड़े
मौजूदा टेस्ट सीरीज में अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा के बल्ले से इस सीरीज की 6 पारियों में केवल 1-1 अर्धशतक निकला है। ये पारी उन्होंने जोहान्सबर्ग में खेले गए दूसरे टेस्ट में खेली थी। दोनों के बीच उस मैच में शतकीय साझेदारी हुई थी। लेकिन केपटाउन टेस्ट में एक बार फिर दोनों बल्लेबाज नाकाम रहे। रहाणे ने जहां 3 टेस्ट की 6 पारियों में 22.66 की औसत से 136 रन बनाए। वहीं पुजारा ने 3 टेस्ट की 6 पारियों में 20.66 की औसत से 124 रन बना सके।