पूर्व भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह ने 24 दिसंबर को क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास का ऐलान किया था। उन्होंने एक खास वीडियो जारी कर अपने करियर की शुरुआत से लेकर अंत तक सभी पहलुओं पर बात की। इसमें उन्होंने पूर्व कप्तानों सौरव गांगुली और महेंद्र सिंह धोनी को लेकर भी एक खास बात बोली, जिसने सुर्खियां बटोरी हैं। हरभजन ने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत सौरव गांगुली की कप्तानी में की थी. जबकि वो महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में अपने करियर के सबसे बेहतरीन दौर में थे।
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हरभजन ने बताया कौन था उनके करियर का सबसे प्रभावशाली कप्तान
हरभजन सिंह ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में मुख्यतः सौरव गांगुली और महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में खेला था। भज्जी ने इन दोनों महान कप्तानों का उनके करियर पर प्रभाव को लेकर स्पोर्ट्सकीड़ा को दिए इंटरव्यू में कहा, “सौरव गांगुली ने करियर के उस मोड़ पर मेरा साथ दिया जब मैं ‘कोई नहीं’ था। लेकिन धोनी जब कप्तान बने तो उस समय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में मैं ‘कुछ’ बन चुका था इसलिए आपको इस बड़े अंतर को समझने की जरूरत है।”
भज्जी ने इसी बातचीत के दौरान सौरव गांगुली का धन्यवाद कहा जिन्होंने उनमें भरोसा दिखाया और करियर की शुरुआत में पूरी तरह से समर्थन किया। हरभजन ने कहा, “दादा जानते थे कि मुझमें हुनर है लेकिन यह नहीं पता था कि मैं प्रदर्शन करूंगा या नहीं। धोनी के मामले में, उन्हें पता था कि मैंने अच्छा प्रदर्शन किया है। उन्हें पता था कि मैंने भारत को पहले कई मैच जिताये हैं और उनकी कप्तानी में भी जिताऊंगा।”
गौरतलब है कि हरभजन सिंह ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत भले ही 1998 में की थी लेकिन उन्हें सही मायने में प्रसिद्धि 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज से मिली। इस सीरीज में हरभजन ने तीन टेस्ट में सर्वाधिक 32 विकेट हासिल किए, जिसमें एक हैट्रिक भी शामिल है। इस बेमिसाल प्रदर्शन से टीम इंडिया ने 2-1 से कंगारू टीम को सीरीज में मात दी थी।
गांगुली ने भी दी हरभजन को बधाई
बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने भी हरभजन सिंह को क्रिकेट से संन्यास लेने पर बधाई दी। उन्होंने कहा, “मैं हरभजन सिंह को शानदार करियर के लिए बधाई देता हूं। उन्होंने अपनी जिंदगी में कई चुनौतियों का सामना किया है लेकिन भज्जी हार मानने वालों में नहीं हैं। उन्होंने कई सारी बाधाओं को पार किया और कई झटकों को पीछे छोड़कर हर बार उठ खड़े हुए। मुझे उनके बारे में सबसे ज्यादा जिस चीज ने प्रेरित किया, वो उनकी प्रदर्शन करने की भूख थी।”