एस श्रीसंत ने बुधवार (9 मार्च) को पेशेवर क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी। श्रीसंत केरल की रणजी ट्रॉफी टीम का हिस्सा थे और उन्होंने टूर्नामेंट के पहले चरण की समाप्ति के बाद इसे छोड़ दिया। श्रीसंत, जिन्होंने 2002/03 सीजन में घरेलू क्रिकेट में पदार्पण किया था, उन्होंने ट्विटर पर लिखा और लिखा कि वह अगली पीढ़ी के क्रिकेटरों के लिए खेल छोड़ रहे हैं।
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उनके संन्यास की घोषणा के बाद, भारत के पूर्व तेज गेंदबाज के लिए शुभकामनाओं का तांता लगा हुआ है। हरभजन सिंह उन लोगों में शामिल थे जिन्होंने श्रीसंत की पोस्ट पर प्रतिक्रिया दी और उन्हें शुभकामनाएं दीं। भज्जी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, “गुड लक सेंटा,”। श्रीसंत ने अपने पूर्व साथी की टिप्पणी का जवाब दिया और उनकी शुभकामनाओं के लिए उन्हें धन्यवाद दिया।
यहां देखिए हरभजन और श्रीसंत का वो ट्वीट
Thnks a lot bhajjipa..lots of love and respect to u nd family..c u soon
एक समय दोनों खिलाड़ी थे एक-दूसरे के सबसे बड़े दुश्मन
श्रीसंत के करियर की बात करें तो यह काफी उतार चढ़ाव भरा रहा, जिसके पहले हाफ में उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन भारत के महान गेंदबाजों की लिस्ट में शामिल होने की अपनी काबिलियत को दिखाया लेकिन दूसरे हाफ में उनका करियर विवादों से भरा रहा, जिसका असर उनके क्रिकेट करियर पर भी देखने को मिला।
श्रीसंत के करियर के सबसे मशहूर विवाद में जो सबसे पहली घटना याद आती है वो आईपीएल का थप्पड़ कांड, साल 2008 में जब इस लीग का पहला सीजन खेला जा रहा था तो पंजाब किंग्स की टीम ने मुंबई इंडियंस पर जीत हासिल की। इस दौरान मैच के बाद जब सभी खिलाड़ी जश्न मना रहे थे और उस वक्त श्रीसंत कुछ ज्यादा ही आक्रामक तरीके से जश्न मनाते नजर आये।
इसे देखकर मैदान पर खड़े हरभजन सिंह ने उन्हे थप्पड़ जड़ दिया। हरभजन सिंह ने बाद में इस पर बात करते हुए कहा कि वो उनके रिएक्शन को देखकर खुद पर काबू नहीं कर पाये थे। हरभजन को इसके लिये पूरे सीजन और 5 वनडे मैच के बैन का सामना भी करना पड़ा। जिसके बाद सभी ये मान रहे थे कि दोनों के बीच कभी दोस्ती नहीं होगी। लेकिन आज दोनों खिलाड़ी उन सब बातों को भूलकर अपनी लाइफ में आगे बढ़ चुके हैं।