विनोद कांबली के रास्ते पर चल रहे हैं हार्दिक पांड्या? डर है कहीं फिसल न जाएं
अद्यतन - जनवरी 9, 2019 8:14 अपराह्न
सचिन तेंडुलकर और विनोद कांबली, बचपन के साथी हैं। स्कूल के जमाने से ही दोनों के बीच रन बनाने की होड़ लगी रहती थी। इस होड़ में उन्होंने ढेरों रिकॉर्ड्स बना डाले। स्कूल में खेलने वाले ये दोनों दोस्त भारतीय क्रिकेट टीम में भी साथ खेले। सचिन का रिकॉर्ड विनोद की तुलना में कहीं बेहतर हैं।
उनके द्वारा बनाए गए रन और शतकों की संख्या कहीं ज्यादा है। पर बात यदि प्रतिभा की कि जाए तो कई लोग ऐसे मिल जाएंगे जिनका मानना है कि सचिन की तुलना में विनोद ज्यादा प्रतिभाशाली थे। यदि विनोद की उतना ही खेलते जितना की सचिन खेले हैं तो विनोद द्वारा बनाए गए रन और शतक ज्यादा होते। तो फिर विनोद कैसे पीछे रह गए? सचिन कैसे आगे निकल गए?
बेहद आसान जवाब है इसका। सचिन ने अनुशासन, मेहनत और समर्पण का साथ नहीं छोड़ा। वे रातों-रात स्टार बन गए। दौलत और शोहरत उन्हें मिली, लेकिन इससे उनकी आंखें चकाचौंध नहीं हुई। दूसरी ओर विनोद कांबली जरा सी सफलता मिलते ही फिसलन भरी राह पर चल पड़े। शोहरत, दौलत और ग्लैमर की चकाचौंध में उन्हें आगे का रास्ता नहीं दिखा और उगते सूरज के दौरान ही उनका करियर खत्म हो गया।
ये किस्सा इसलिए याद आ रहा है क्योंकि भारत के कुछ क्रिकेट खिलाड़ी कांबली वाली राह पर चल रहे हैं। इनमें हार्दिक पंड्या का नाम सबसे आगे आता है। अभावों में पले हार्दिक को सफलता रातों-रात मिल गई और इसका नकारात्मक प्रभाव उन पर दिखने लगा है। अचानक मिली सफलताओं को वे पचा नहीं पा रहे हैं। उनका ध्यान खेल पर कम और मैदान के बाहर ज्यादा नजर आ रहा है। पार्टी करना, फिल्म अभिनेत्रियों से मुलाकात करने में कोई बुराई नहीं है, लेकिन उनका जो एटीट्यूड रहता है वो आंखों में चुभने लगा है।
संभल जाओ हार्दिक
हाल ही में वे अपने टीम मेट केएल राहुल के साथ करण जौहर के शो में कॉफी पीने गए थे। कैफीन का असर उन पर कुछ ज्यादा ही चढ़ा। अपने आपको कुछ ज्यादा ही साबित करने में लाइन क्रॉस कर गए। सचिन की तुलना में विराट को बेहतर बल्लेबाज बताया, उस पर कोई सवाल उठाना फिजूल है, लेकिन सेक्स और महिलाओं को लेकर वे बहुत कुछ छिपाते हुए भी बहुत ज्यादा कह गए।
आग तो लगना ही थी। बीसीसीआई तक भी आंच पहुंच गई। वहां से हरकत हुई और हार्दिक पंड्या जमीन पर आ गिरे। इसके पहले की सब कुछ लूटे-पिटे उन्होंने ट्वीट कर माफी मांग ली। अभी हार्दिक के पास समय है। अच्छा हुआ ये सब वक्त रहते हो गया। अभी भी हार्दिक संभल जाए तो वे भारतीय क्रिकेट और अपने लिए बहुत कुछ कर सकते हैं।