हरमनप्रीत कौर ने भारतीय महिला क्रिकेट टीम के कप्तान के रूप में अपने लक्ष्यों का खुलासा किया

हरमनप्रीत कौर भारतीय महिला टीम में फिटनेस को लेकर क्रांति लाना चाहती है!

Advertisement

Harmanpreet Kaur. (Photo by Matt King/Getty Images)

हरमनप्रीत कौर जल्द ही भारतीय महिला क्रिकेट टीम के सभी प्रारूपों में कप्तान के रूप में अपना कार्यकाल शुरू करने वाली हैं। वह पहले ही भारत की T20I टीम की कप्तान थी और हाल ही में उन्हें मिताली राज के इस महीने की शुरुआत में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद वनडे और टेस्ट टीम की कप्तानी भी सौंप दी गई।

Advertisement
Advertisement

वह 1 जुलाई से श्रीलंका के खिलाफ शुरू होने वाली तीन मैचों की वनडे सीरीज के साथ भारतीय महिला टीम की पूर्णकालिक कप्तान के रूप में अपना कार्यकाल शुरू करेंगी। बतौर कप्तान पहली वनडे सीरीज से पहले, हरमनप्रीत कौर ने अपने साथियों से फिटनेस और फील्डिंग के क्षेत्र में सुधार की मांग की है।

हरमनप्रीत कौर भारतीय महिला टीम में फिटनेस को लेकर क्रांति लाना चाहती है

प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, हरमनप्रीत कौर ने श्रीलंका महिला टीम के खिलाफ पहले वनडे मुकाबले से पहले कहा: “मैंने अपने लिए कुछ लक्ष्य निर्धारित किए हैं। एक खिलाड़ी के लिए फिटनेस बहुत ज्यादा मायने रखती है। कौशल के अनुसार हमारे पास कोच हैं, लेकिन मैं खुद को एक उदाहरण के रूप में स्थापित करना चाहती हूं ताकि मेरे खिलाड़ी मुझे देखे और फिट होने के लिए प्रेरित हो सकें।”

भारतीय कप्तान ने कहा कि वह इस समय कप्तानी का लुत्फ उठा रही हैं, और वह पूर्णकालिक कप्तान बनाए जाने का बिल्कुल भी दबाव महसूस नहीं कर रही हैं। कौर ने आगे कहा: “जब मैं कप्तानी कर रही होती हूं, तो मुझे लगता है कि मैं खेल में थोड़ी अधिक शामिल होती हूं। कप्तानी मुझे बहुत ज्यादा आत्मविश्वास देती है। जब मैं मैदान पर होती हूं, तो  मेरे स्वाभाव में लीडरशिप आ जाती है। चूंकि अब मेरे पास कप्तानी का अनुभव है इसलिए अब मेरे लिए चीजें आसान हो गई है।फिलहाल मुझे अतिरिक्त दबाव महसूस नहीं हो रहा है, अगर मैं कप्तान के रूप में खुद का आनंद ले रही हूं, तो बाकी लोग भी इसका आनंद ले सकते हैं।

कप्तानी मिलने के बाद मैं थोड़ा अधिक स्वतंत्र महसूस कर रही हूं, क्योंकि मैं जो करना चाहती हूं उसे पूरी स्वतंत्रता से कर सकती हूं। मुझे लगता है कि जब आप खिलाड़ियों को स्वतंत्रता देते हैं, तो आप और सुधार कर सकते हैं, और मेरा मकसद खिलाड़ियों को स्वतंत्रता देना है ताकि वे खुद को मैदान पर बेझिझक व्यक्त कर सकें।”

Advertisement