“पिंक बॉल टेस्ट से पहले खिलाड़ियों को मानसिक समायोजन करने की जरूरत है”- जसप्रीत बुमराह

भारत और श्रीलंका के बीच टेस्ट सीरीज का आखिरी मुकाबला 12 मार्च को बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला जायेगा।

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Jasprit Bumrah. (Photo by PAUL ELLIS/AFP via Getty Images)

भारतीय टीम 12 मार्च को श्रीलंका के खिलाफ दूसरा टेस्ट मैच खेलेगी, यह बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला जायेगा। भारतीय टीम के सबसे सफल गेंदबाजों में से एक जसप्रीत बुमराह ने पिंक बॉल टेस्ट को लेकर राय दी है। बुमराह का मानना है कि पिंक बॉल टेस्ट से पहले खिलाड़ियों को मानसिक रूप से समायोजन करने जरूरत है। 12 मार्च को दोनों टीमों के बीच दूसरा टेस्ट पिंक बॉल से खेला जायेगा, इससे पहले भारतीय टीम घर पर दो टीमों के खिलाफ पिंक बॉल टेस्ट खेल चुकी है।

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भारतीय टेस्ट टीम के उप-कप्तान के अनुसार रात में पिंक बॉल से खेलने के लिए खिलाड़ियों को विशेष रूप से तैयारी करनी होगी। बुमराह ने बताया कि हमें अभी पिंक बॉल पकड़ने या उससे गेंदबाजी करने की आदत नहीं है, यह खिलाड़ियों के लिए काफी नया कांसेप्ट है और सभी खिलाड़ी हर टेस्ट से सीखने की कोशिश कर रहे हैं।

इससे पहले भारतीय टीम ने नवंबर 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ डे-नाईट टेस्ट खेला था उस दौरान पूर्व भारतीय कप्तान विराट कोहली शानदार फॉर्म में थे और वहीं उन्होंने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय शतक जड़ा था। उसके बाद अहमदाबाद में इंग्लैंड के खिलाफ घर में अपना दूसरा डे-नाईट टेस्ट खेला खेला। दोनों टीमों के खिलाफ भारतीय टीम ने शानदार तरीके से जीत दर्ज की थी और अब भारतीय टीम घरेलू सीरीज में यह अपना तीसरा पिंक बॉल टेस्ट खेलेगी।

“हमें पिंक बॉल से पकड़ने या गेंदबाजी करने की आदत नहीं है”- जसप्रीत बुमराह

बुमराह ने बेंगलुरु में एक वर्चुअल मीडिया कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा “हमें पिंक बॉल टेस्ट में मानसिक समायोजन करने की जरूरत है। नियमित रोशनी में पिंक बॉल से क्षेत्ररक्षण और गेंदबाजी करने की हमें आदत डालनी चाहिए और इन सभी चीजों को ध्यान में रखते हुए हम अभ्यास करते हैं। अभी हमें पिंक बॉल से गेंदबाजी करने की आदत नहीं है, यह हमारे लिए काफी नया है लेकिन हम हर टेस्ट से सीखने की कोशिश कर रहे हैं।”

अभ्यास के बारे में तेज गेंदबाज ने बताया कि  “यह खिलाड़ी पर निर्भर करता है, हमें मैदान में हालात के अनुरूप तेजी से ढलना होगा। फील्डिंग के दौरान गुलाबी गेंद अलग दिखती है वह आपकी उम्मीद से पहले आपके पास आ जाती है। इस गेंद से भले ही दिन में स्विंग न मिले लेकिन रात में इससे स्विंग मिलेगी। हमने सभी अलग-अलग सतहों पर पिंक बॉल टेस्ट खेला है, इसलिए यह कोई निर्धारित पैरामीटर नहीं है।”

उन्होंने आगे कहा “जब आप टेस्ट मैच खेल रहे होते हैं उस दौरान आप अनुभव का उपयोग करने की कोशिश करते हैं और उन चीजों पर काम करते हैं जो आपके नियंत्रण में होती हैं। मैं दूसरे दिन शमी के साथ गेंदबाजी करने की योजना बना रहा था लेकिन रोशनी बिल्कुल सही नहीं थी। उसके बाद तीसरे दिन स्पिनरों ने अच्छा काम किया, इसलिए मुझे गेंदबाजी करने की जरूरत नहीं थी।”

मोहाली टेस्ट के दौरान रवींद्र जडेजा की 175 रनों की शानदार पारी को लेकर बुमराह ने कहा कि “मुझे नहीं लगता कि वह अपने शानदार प्रदर्शन के बाद आराम करना चाहेंगे वह शानदार फॉर्म में हैं और वह एक बार फिर शानदार पारी खेलना चाहेंगे।

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