दक्षिण अफ्रीका में दौरे पर क्यों राहुल द्रविड़ की बतौर मुख्य कोच उपस्थिति को काफी अच्छा मान रहे लोकेश राहुल
भारतीय टीम को दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर पहला टेस्ट मैच 26 दिसंबर को सेंचुरियन के मैदान पर खेलना है।
CricTracker जूनियर स्टाफ लेखिका
अद्यतन - दिसम्बर 24, 2021 6:38 अपराह्न
भारतीय क्रिकेट टीम के आगामी दक्षिण अफ्रीका दौरे पर खेले जाने वाली 3 मैचों की टेस्ट सीरीज के शुरू होने का इंतजार सभी क्रिकेट फैंस काफी बेसब्री से कर रहे हैं। वहीं इस टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम के नए उप-कप्तान लोकेश राहुल की कोशिश टीम के लिए इस सीरीज में भी बेहतर प्रदर्शन करने की होगी। राहुल के लिए साल 2019 बल्ले से बेहद खराब बीता था, जिसके चलते वह टेस्ट टीम में अपनी जगह को भी पूरी तरह से गंवा चुके थे।
लेकिन इसके बाद उन्होंने अपनी मेहनत के दम पर इस साल इंग्लैंड दौरे के दौरान मौका मिलने पर ओपनिंग बल्लेबाज के तौर शानदार प्रदर्शन करते हुए खुद की जगह को पूरी तरह से पक्का कर लिया। वहीं अब राहुल इसी फॉर्म को अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में जारी रखने की उम्मीद है। मुख्य कोच के तौर पर जिम्मेदारी संभालने वाले राहुल द्रविड़ के लिए भी यह पहली विदेशी टेस्ट सीरीज है।
इसी को लेकर जब लोकेश राहुल ने एक वीडियो में जब मयंक अग्रवाल के साथ बातचीत की जिसे BCCI ने पोस्ट किया उसके अनुसार अफ्रीका में भारतीय बल्लेबाजों के लिए राहुल द्रविड़ की मौजूदगी होने से काफी अधिक लाभ मिलने वाला है।
राहुल ने अपने इस बयान में कहा कि, राहुल द्रविड़ का इस दौरे पर मौजूद होना हमारे लिए काफी अच्छी बात है। उन्होंने यहां पर काफी क्रिकेट खेला है और रन भी बनाए हैं। जिसमें पिछले 3 से 4 दिनों में हमने यहां जो भी अभ्यास किया है उसमें उन्होंने हमें यहां के हालात के बारे में काफी अहम सलाह देने का काम भी किया है।
आपको यहां पर काफी धैर्य के साथ बल्लेबाजी करनी होगी
लोकेश राहुल ने अपनी इस बातचीत में आगे कहा कि, मयंक आपको उनके साथ रहने का काफी अच्छा अनुभव हासिल होगा क्योंकि इंडिया-ए में जब आपने अधिकतर समय बिताया तो वह उस समय टीम के मुख्य कोच की भूमिका में थे। वहीं दक्षिण अफ्रीका में बल्लेबाजी को लेकर मिली सलाह के बारे में राहुल ने बात की।
जिसमें उन्होंने वहां के हालात को लेकर कहा कि, यहां पर बाउंस थोड़ा अधिक होता है जिसमें सेंचुरियन के मैदान पर आपको अधिक यह चीज देखने को मिलेगी। जिसके बाद आपको काफी धैर्य के साथ बल्लेबाजी करनी पड़ेगी। अगर एकबार आप नई गेंद का सामना कर लेते हैं, तो यह उन देशों में से एक है जहां पर आप अपनी बल्लेबाजी को लेकर काफी आनंद ले सकते हैं। ओपनिंग बल्लेबाजों के सामने यहां पर सबसे ज्यादा चुनौती रहने वाली है, क्योंकि उन्हें 30 से 35 ओवर तक काफी अधिक धैर्य दिखाना होगा।