पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा कि, “उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में (टेस्ट) मैच जीता, उन्होंने यहां (इंग्लैंड में) मैच जीता और भारत को अकेले ही सीरीज जीत दिलाई। उसका थोड़ा अधिक वजन है। मुझे उम्मीद है कि वह इसका ख्याल रखेंगे। क्योंकि भारत का बाजार बहुत बड़ा है। वह सुंदर है। वह एक मॉडल के रूप में उभर सकते हैं, करोड़ों में कमा सकते हैं। क्योंकि जब भी कोई व्यक्ति भारत में स्टार बनता है तो उन पर काफी निवेश किया जाता है।”
पंत ने 17 जुलाई को मैनचेस्टर में सीरीज के निर्णायक मैच में इंग्लैंड पर भारत की पांच विकेट की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वहां उन्होंने कुल 260 रनों का पीछा करते हुए 113 गेंदों पर नाबाद 125 रन बनाए थे। वनडे में यह उनका पहला शतक था। उस मैच में शानदार पारी खेलने के लिए पंत को प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड मिला था।
इसी तरह उन्हें ऑस्ट्रेलिया में 2020-21 की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में ब्रिस्बेन के गाबा में सीरीज के निर्णायक मैच में प्लेयर ऑफ़ द मैच चुना गया था। वहां उन्होंने भारत को 2-1 से सीरीज जीतने में मदद की। भारत 328 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रहा था। शुभमन गिल (91 रन) के बाद पंत ही थे जिन्होंने 138 गेंदों पर 89 रन बनाकर टीम को जीत की दहलीज तक पहुंचाया था।