भारतीय क्रिकेट टीम में चयन के बाद रवि बिश्नोई ने अनिल कुंबले को लेकर दी बड़ी प्रतिक्रिया

भारतीय टीम में वेस्टइंडीज सीरीज के लिए चयनित होने के बाद रवि बिश्नोई ने अनिल कुंबले से मिली सीख याद किए।

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Anil Kumble and Ravi Bishnoi. (Photo Source: Twitter)

भारत के युवा स्पिनर रवि बिश्नोई के लिए फिलहाल समय काफी अच्छा चल रहा हैं। कुछ ही दिनों पहले, इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की नई फ्रेंचाइजी लखनऊ सुपर जायंट्स ने रवि बिश्नोई को अपनी टीम में शामिल किया और अब 26 जनवरी को उनका भारतीय क्रिकेट टीम में चयन हो गया है।

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राजस्थान के युवा लेग स्पिनर को पहली बार राष्ट्रिय टीम में जगह मिली है। 26 जनवरी को वेस्टइंडीज के खिलाफ सीमित ओवरों की सीरीज के लिए घोषित हुई भारतीय टीम में रवि बिश्नोई को वनडे और टी20I दोनों ही टीमों में शामिल किया गया है। जो युवा खिलाडी के लिए किसी सपने से कम नहीं हैं।

टीम इंडिया में चुने जाने के बाद रवि बिश्नोई ने खुशी जताई और कहा कि यह उनके लिए गर्व का क्षण है और अपने सपने को सच होते देख वह बहुत अच्छा महसूस कर रहे हैं।

बता दें, रवि बिश्नोई को आईपीएल (IPL) में पंजाब किंग्स (PBKS) फ्रेंचाइजी के लिए शानदार प्रदर्शन के बदौलत उन्हें भारतीय टीम में शामिल किया गया हैं। उन्होंने IPL 2020 में पंजाब किंग्स के लिए अपना आईपीएल डेब्यू किया और 14 मैचों में 12 विकेट लिए, वहीं अगले सीजन में 12 विकेट चटकाए और साथ ही घरेलू क्रिकेट में भी नियमित प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों में से एक रहे हैं।

भारतीय टीम में चयन के बाद रवि बिश्नोई ने किया अनिल कुंबले को याद

रवि बिश्नोई ने स्पोर्टस्टार को बताया: “यह एक दिलचस्प यात्रा रही है और भारत के रंग में रंगना एक बड़ा सम्मान है। यह मेरे लिए गर्व का क्षण है और सपने को सच होते देखकर बहुत अच्छा लग रहा है।“

21 वर्षीय बिश्नोई के करियर में पंजाब किंग्स के कोच और दिग्गज स्पिनर अनिल कुंबले का अहम योगदान रहा और खुद युवा खिलाड़ी ने भी पूर्व भारतीय स्पिनर को उनके आगे बढ़ने का श्रेय दिया।

उन्होंने कहा, “मैंने अनिल सर से बहुत कुछ सीखा है, और उन सबक ने मुझे एक बेहतर क्रिकेटर बनने में मदद की है। वह हमेशा मेरा मार्गदर्शन करते थे कि कैसे खुद का समर्थन करें और दबाव में कभी उम्मीद न खोएं। वे चीजें बहुत मददगार थीं। उन्होंने हमेशा मुझे अपनी ताकत के मुताबिक खेलने को कहा। उन्होंने हमेशा मुझसे कहा कि मुझे अपने बेसिक्स पर टिके रहना चाहिए और सिर्फ योजनाओं पर अमल करना चाहिए। कोई प्रयोग नहीं था। उन्होंने मुझे स्वतंत्र रूप से खेलने का विश्वास दिलाया।“

उन्होंने अंत में कहा आईपीएल ने उन्हें दबाव को कैसे संभालना है, विभिन्न परिस्थितियों के अनुकूल कैसे होना है और साथ ही हार को स्वीकार कर और आगे बढ़ना कितना महत्वपूर्ण सिखाया है।

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