टीम इंडिया अगले महीने वेस्टइंडीज दौरे पर जाने वाली है, जहां उसे दो टेस्ट, तीन वनडे और पांच टी-20 मैचों की सीरीज खेलनी है। इसके लिए BCCI ने टीम की घोषणा कर दी है, जिसमें कई बेहतरीन खिलाड़ियों को शामिल नहीं किया गया है। इसको लेकर फैन्स और विशेषज्ञों ने भारतीय चयनकर्ताओं की कड़ी आलोचना की।
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दरअसल, ऐसी उम्मीद की जा रही थी कि वेस्टइंडीज दौरे के लिए टीम इंडिया में सरफराज खान का सिलेक्शन होगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। कई दिग्गज खिलाड़ियों ने इसे लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी। इसी क्रम मे टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी सबा करीम ने भी सरफराज खान को लेकर प्रतिक्रिया दी है। उनका कहना है कि अगर फिटनेस या अनुशासनहीनता उनकी समस्या है तो वह मुंबई के लिए लगातार कैसे खेल रहे हैं।
अगर यही मुद्दा है तो वह मुंबई के लिए नियमित तौर पर कैसे खेल रहे हैं- सबा करीम
स्पोर्ट्सकीड़ा को दिए इंटरव्यू में सबा करीम ने कहा कि, मुझे इन चीजों पर भरोसा नहीं है। मुझे लगता है कि अगर इस तरह का कोई मुद्दा है तो ऐसे क्रिकेटरों को संभालना मैनेजमेंट और कोच का काम है, लेकिन सरफराज के साथ बातचीत करने के बाद मुझे नहीं लगता कि ऐसी कोई समस्या है। अगर यही मुद्दा है तो वह मुंबई के लिए नियमित तौर पर कैसे खेल रहे हैं? हमने उनके बारे में मुंबई के कोच, कप्तान या मैनेजमेंट से ऐसा कुछ भी नहीं सुना है।
पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने अपनी बात को जारी रखते हुए आगे कहा कि, वह नियमित रूप से खेल रहे हैं, वह फिट हैं, उन्होंने अधिकांश मैच खेले हैं और उन्होंने मुंबई के साथ-साथ भारत या जोनल लेवल के लिए सभी फॉर्मेट मैच खेले हैं। उन्होंने उन सभी मैचों में बहुत अच्छा प्रदर्शन भी किया है। साथ ही उनका कहना है कि, अगर किसी खिलाड़ी के आचरण को लेकर कोई समस्या है तो भी चयनकर्ताओं और टीम मैनेजमेंट का काम है उन्हें सुधारना और उनसे बेस्ट परफॉरमेंस निकलवाना।
उन्होंने कहा कि, मैनजमेंट का काम है कि आप खिलाड़ी के साथ कैसा व्यवहार करते हैं, आप उनकी निगरानी कैसे करते हैं, आप उनका मार्गदर्शन कैसे करते हैं, ताकि आप उनसे सर्वश्रेष्ठ प्राप्त कर सकें। उन्होंने कहा फिटनेस एक बड़ी भूमिका निभाती है, लेकिन मुझे लगता है उन्होंने मैच में अपनी फिटनेस साबित कर दी है। उन्होंने बहुत सारे रन बनाए हैं। और केवल एक सीज़न में ही नहीं, अगर मैं सही हूं तो पिछले दो या तीन सीज़न में उन्होंने काफी रन बनाए हैं। और यह एक अच्छा संकेत है कि वह बेहद फिट हैं। अगर ऐसा नहीं होता तो उस तरह की निरंतरता के साथ रन नहीं बना पाते।