क्या कोहली और बेयरस्टो दायरे में थे? डेविड लॉयड ने एजबेस्टन विवाद को लेकर दिया बड़ा बयान - क्रिकट्रैकर हिंदी

क्या कोहली और बेयरस्टो दायरे में थे? डेविड लॉयड ने एजबेस्टन विवाद को लेकर दिया बड़ा बयान

डेविड लॉयड ने कहा जॉनी बेयरस्टो और विराट कोहली ने एजबेस्टन में सारी हदें पार कर दी थी!

Jonny Bairstow and Virat Kohli. (Photo by GEOFF CADDICK/AFP via Getty Images)
Jonny Bairstow and Virat Kohli. (Photo by GEOFF CADDICK/AFP via Getty Images)

इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर डेविड लॉयड एजबेस्टन में पुनर्निर्धारित पांचवें और अंतिम टेस्ट के समापन के बाद मैदान पर दोनों टीमों के खिलाड़ियों बीच के बर्ताव को देखर बहुत खुश हुए। वह भारतीय खिलाड़ियों द्वारा इंग्लैंड के जो रूट और जॉनी बेयरस्टो के लिए दिखाए गए सौहार्द से बहुत प्रभावित हुए। आपको बता दें, इंग्लैंड क्रिकेट टीम ने यह पुनर्निर्धारित टेस्ट सात विकेट से जीतकर टीम इंडिया से टेस्ट सीरीज 2-2 से साझा की।

मैच खत्म होने के बाद भारतीय खिलाड़ी इंग्लैंड के खिलाड़ियों से हाथ मिलाते हुए नजर आए और यहां तक कि विराट कोहली ने भी जॉनी बेयरस्टो से हाथ मिलाया और शानदार शतक के लिए उनकी पीठ थपथपाई, जिससे पता चलता है कि एजबेस्टन के मैदान पर दोनों के बीच जो भी विवाद हुआ, वे उससे आगे बढ़ चुके हैं।

जॉनी बेयरस्टो और विराट कोहली ने मैदान में की सारी हदें पार: डेविड लॉयड

डेविड लॉयड ने द डेली मेल के लिए अपने कॉलम में लिखा: “मुझे लगता है कि मैच के समापन के बाद मैदान पर हमें जो दृश्य देखने को मिले, वे शानदार थे। भारत के खिलाड़ियों ने रूट और बेयरस्टो को गर्मजोशी से बधाई दी और उनके शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें शुभकामनाएं भी दी।

मैं खासकर विराट कोहली का नाम लेना चाहूंगा, वह भारत के सबसे गर्वित और सबसे लड़ाकू क्रिकेटर हैं। वह कई बार मैदान पर पैंटोमाइम खलनायक की भूमिका निभाते हैं, लेकिन मैच के बाद उनके और बेयरस्टो के बीच जो सम्मान दिखाई दिया, वो मुझे काफी पसंद आया।”

जॉनी बेयरस्टो और विराट कोहली के बीच एजबेस्टन में जो स्लेजिंग हुई उसके संदर्भ में डेविड लॉयड ने कहा: “मुझे कभी-कभी आश्चर्य होता है कि क्रिकेट में हदें कहा है, और इसे कौन बनाता है। हमने पुनर्निर्धारित टेस्ट मैच के चौथे दिन स्पोर्ट्समैनशिप, मजाक, कौशल, अपमान, घिनौना व्यवहार, गाली-गलौज सब कुछ देखा।

बेशक, आप मैदान पर हाथा-पाई नहीं कर सकते, इसलिए खिलाड़ी और खेल की इज्जत सुरक्षित है। लेकिन अगर एक खिलाड़ी को दूसरे खिलाड़ी से लड़ाई करने की आवश्यकता महसूस होती है, तो मेरी सलाह है कि उन्हें उचित तरीके से पिंजरे की लड़ाई लड़नी चाहिए। तब हमें पता चल पायेगा कि आप वास्तव में किस चीज से बने हैं।”

 

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