रिकी पोंटिंग ने एंड्रयू साइमंड्स के साथ 2007 वर्ल्ड कप से पहले घटित हुई घटना का किया खुलासा

एंड्रयू साइमंड्स को अपने करियर में कई उतार-चढ़ाव को सामना करना पड़ा।

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Ricky Ponting and Andrew Symonds (Photo Credit: Getty Images)

पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर एंड्रयू साइमंड्स की कार दुर्घटना में हुई आकस्मिक मौत ने क्रिकेट जगत को काफी आहत किया है। एंड्रयू साइमंड्स को अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए 27 मई को रिवरवे स्टेडियम में एक प्राइवेट मेमोरियल सर्विस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जहां उनके पूर्व साथी क्रिकेटरों ने दिवंगत ऑलराउंडर को लेकर कई सारी यादें ताजा की। इस लंबी लिस्ट में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग भी शामिल थे।

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आपको बता दें, ऑस्ट्रेलिया को पिछले कुछ महीनों के भीतर ही तीन दिग्गजों को खोने के सदमे से गुजरना पड़ा, जिसमें एंड्रयू साइमंड्स की, विकेटकीपर-बल्लेबाज रॉड मार्श और स्पिन के जादूगर शेन वार्न शामिल है। रॉड मार्श तो काफी समय से स्वास्थ्य परेशानियों से गुजर रहे थे, लेकिन शेन वार्न, जिनका दिल का दौरा पड़ने से निधन हुआ, और एंड्रयू साइमंड्स की मौत से क्रिकेट जगत को बहुत बड़ा झटका लगा है।

रिकी पोंटिंग ने एंड्रयू साइमंड्स को लेकर याद किया एक किस्सा

इस बीच, रिकी पोंटिंग ने एंड्रयू साइमंड्स को लेकर एक घटना का खुलासा किया है। उन्होंने 2007 वर्ल्ड  कप से पहले दिवंगत ऑलराउंडर के ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम का हिस्सा बनने को लेकर दृढ़ संकल्प को याद किया।

रिकी पोंटिंग ने बताया: “एंड्रयू साइमंड्स ने 2007 वर्ल्ड कप के लिए जाने से पहले ऑस्ट्रेलिया में खेली जा रही वनडे सीरीज के दौरान बल्लेबाजी करते समय अपनी बाइसेप्स को फाड़ दिया था। 2007 वर्ल्ड कप के लिए निकलने से पहले हमारे पास केवल कुछ ही हफ्तों का समय था। इतनी तकलीफ में होने के बावजूद रॉय एक हाथ से बल्लेबाजी करने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने फिजियो को ऊपर बुलाया, अपनी शर्ट (आस्तीन) खींची और और देखा तो उनका पूरा बाइसेप कोहनी के जोड़ तक खिसक चूका था। उन्होंने फिजियो से कहा, ‘आप बस मेरे बाइसेप्स को थोड़ा ऊपर उठाएं, उसके चारों ओर एक टेप लगाएं और मैं ठीक हो जाऊंगा’!”

पूर्व कप्तान ने आगे बताया: “इतिहास जानता है कि वह एक ऐसा खिलाड़ी था, जो अकेले अपने दम पर अपनी बल्लेबाजी से ऑस्ट्रेलिया के लिए वर्ल्ड कप जीत सकता था। फिटनेस को लेकर रॉय को अपने करियर में कई उतार-चढ़ाव को सामना करना पड़ा, लेकिन वर्ल्ड कप 2007 का हिस्सा बनने के लिए उन्होंने जो अपनी फिटनेस पर मेहनत की, दृढ़ संकल्प दिखाया, वह अविश्वसनीय था।”

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